रांची: झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने देश के रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. रेलमंत्री को संबोधित करते हुए लिखे गए पत्र में कांग्रेस नेता ने रांची रेल मंडल में वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) के पद पर पदस्थापित किये गए सुशील कुमार सौरव को रांची रेल मंडल से हटाने की मांग की है. इसके साथ ही उनके कार्यकाल में हुए रेल हादसों की उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है.
वर्तमान केंद्र की सरकार में लापरवाह अफसरों की बल्ले बल्ले- राकेश सिन्हाः कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने अपने पत्र में आरोप लगाते हुए कहा है कि लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई की जगह रेलवे द्वारा उन्हें रांची जैसे जगह पर प्रतिस्थापित करना पुरुस्कृत करने जैसा है. गार्डेनरीच कोलकत्ता में उपमुख्य अभियंता के पद से स्थानांतरित करते हुए उन्हें दक्षिण पूर्व रेलवे रांची मंडल में वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) के पद पर स्थापित किया जाना यह दर्शाता है कि रेलवे में लापरवाह अफसरों को पुरस्कृत किया जाता है. रेलवे कैसे एक लापरवाह अधिकारी को दंड देने के बजाय इनाम से नवाजती है, यह इसका अच्छा उदाहरण है.
सुशील कुमार सौरव की लापरवाही की वजह से कई रेल दुर्घटनाएं- राकेश सिन्हाः सुशील कुमार सौरव पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए राकेश सिन्हा ने कहा कि ये वही पदाधिकारी हैं जिनके कार्यकाल में ही 03 अप्रैल 2021 फलकनुमा एक्सप्रेस बेपटरी हुई और तीन ट्रैकमैन जख्मी हुए थे. 23 फरवरी 2023 को ट्रेन संख्या-38909 माजौ रेलवे होल्ट के पास बेपटरी हुई, जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए थे. वहीं 19 मार्च 2023 को ट्रेन संख्या 38908 हादसा और इससे भी बड़ा हादसा ओडिशा के बालासोर में हुआ, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गयी.
लेकिन आज तक इन रेल हादसों की जांच ठंडे बस्ते में पड़ा है. जबकि सारी दुघर्टनाएं सुशील कुमार सौरव के कार्य क्षेत्र में उनके कार्यकाल में ही हुआ था. राकेश सिन्हा ने कहा कि इतने लापरवाह अधिकारी को रांची मंडल में स्थानांतरित करना इस बात की ओर इशारा करता है कि रांची मंडल में भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. राकेश सिन्हा ने अपने लिखे पत्र में कहा है कि पूरे मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. अपने पत्र में कांग्रेसी नेता ने अधिकारी को रांची मंडल से हटाने की मांग की है.