रांचीः झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटन का मुद्दा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. नमाज रूम के आवंटन को रद्द करने और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्च की जांच की मांग को लेकर गुरुवार को बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला और ज्ञापन सौंपा.
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बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे प्रदेश बीजेपी के महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि हेमंत सरकार ने एक समुदाय विशेष को खुश करने के लिए विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए कमरे का आवंटन किया है. उन्होंने कहा कि देश के किसी दूसरे राज्य के विधानसभा में ऐसी व्यवस्था नहीं है. लेकिन, झारखंड राज्य का दुर्भाग्य है, जहां तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक सदन के अंदर और कार्यकर्ता सड़क पर आवंटन को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
राज्यपाल से आवंटन रद्द करने की मांग
आदित्य साहू ने कहा कि बुधवार को विधानसभा का घेराव किया गया. इस दौरान सरकार के इशारे पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया. इसमें प्रदेश अध्यक्ष सहित कई नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए. उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार को राज्य में रहने का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि महामहिम से मिले हैं और बुधवार को हुए लाठीचार्च की जांच और नमाज के लिए आवंटित कमरा को रद्द करने की मांग की है.
आंदोलन रहेगा जारी
बीजेपी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि सत्ताधारी दलों की ओर से कहा जाता है की नमाज की व्यवस्था पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के समय की गई. लेकिन संबंधित कागजात सदन के पटल पर नहीं रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक नमाज कक्ष का आवंटन रद्द नहीं होता है, तब तक बीजेपी नेता आंदोलन करते रहेंगे.