चाईबासा/रांची: चाईबासा से 2024 की राजनीतिक रणनीति की तैयारी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने चाईबासा में कहा कि हेमंत सरकार को बदलने के लिए बाबू लाल मरांडी मेरे पास आए थे और बोले की हेमंत सरकार के बदल दीजिए. मैने बाबू लाल जी कहा " देश में लोकतंत्र है मैं सरकार नहीं बदलता, सरकार जनता बदलती है".
झारखंड की हेमंत सरकार को लेकर अमित शाह ने कहा कि जिस तरह से हेमंत सरकार काम कर रही है उससे एक बात तय है कि आने वाले समय में जनता उन्हे अपना उत्तर दे देगी. हेमंत सरकार की तमाम खामियों को मंच से शाह ने गिना दिया. मंच के सामने खड़े लोगों को देख अमित शाह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अमित शाह ने कहा कि जब तैयारी करने वाले बीजेपी के नेताओं से मैने दिल्ली से पूछा था कि कितने लोगों के लिए कुर्सियां लगाई गई है. उन्होंने कहा कि 32 हजार लेकिन आप लोग जिस तरह से यहां पहुंचे है उसे देखकर यह लग रहा है कि आप लोगों ने कोल्हान में बदलाव का मन बना लिया है. (Amit Shah statement on Hemant government) मंच से बोल रहे अमित शाह के मन में उत्साह इतना ज्यादा था कि दिल में जो बात थी वह भी बाहर आ गई. भरे मंच से ही अपने भाजपा नेताओं की वह सारी पोल खोल दी.
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अमित शाह के इस बयान के बाद राज्य की राजनीति में झारखंड मुक्ति मोर्चा यह कह भी रहा था कि झारखंड सरकार गिराने (Topple Jharkhand government) का काम बीजेपी के लोग कर रहे हैं. उसके लिए रणनीति बना रहे हैं. तरह तरह की चाल भी चल रहे हैं. हालांकि कई सारी चीजों को गृह मंत्री अमित शाह ने नहीं कहा लेकिन यह तो साफ कह दिया कि झारखंड भाजपा के नेता चाह रहे थे कि हेमंत की सरकार बदल दी जाए.
अमित शाह के भरे मंच से इस बयान के बाद झारखंड की राजनीति में एक चर्चा जरूर शुरू हो गई है कि झारखंड बीजेपी के नेता हेमंत सरकार को लेकर क्या सोचते थे. जिस तरीके के बयान हेमंत सरकार को लेकर दिए गए और हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार को बचाने के लिए जो कुछ किया अब इसमें दो राय नहीं है कि झारखंड बीजेपी के नेता हेमंत सरकार को बदलने की राजनीति के कर रहे थे. उनकी पूरी मंशा थी कि हेमंत सोरेन सरकार को बदल दिया जाए और इसके लिए अमित शाह को कहा भी गया.
हेमंत सोरेन झारखंड में अपनी सरकार को बचाने के लिए जिस तरह से रायपुर में विधायकों को ठहराने से लेकर बहुमत साबित करने तक का काम किया वह झारखंड बीजेपी के नेताओं के शायद उसी तैयारी का उत्तर था. दिल्ली में बैठे भाजपा के चाणक्य को यह बात पता था कि हेमंत सरकार को गिरा पाना इतना आसान नहीं है. अमित शाह ने चाईबासा के लोगों से 2024 के लिए आशीर्वाद मांगा तो कहा कि आप लोग ऐसा कर दीजिए कि मोदी जी एक बार फिर से पीएम बन जाए.
झारखंड की जनता हेमंत को लेकर क्या चाहती है उसे जनता की अदालत का हवाला देकर चले गए. अमित शाह ने कहा हेमंत सोरेन जब चुनाव में आएंगे तो जनता बता देगी उन्होंने विकास के लिए क्या किया है. जनता ही तय कर देगी की सराकर का क्या करना है. हेमंत सराकर रहेगी या जाएगी यह जनता तय करेगी लेकिन जनता से इस बात का भरोसा भी ले लिया कि 2024 में झारखंड की सरकार बदलनी है.
24 की तैयारी में जुटी बीजेपी अपनी राजनीतिक जमीन कितना तैयार करती है इसका एक टास्क अमित शाह ने झारखंड के नेताओं के दे दिया. पिछले दरवाजे से राजनीति की कुर्सी पाने की लालाच को दिल्ली ने नकार दिया और दिल्ली की राजनीति को लिए जिस तैयारी को झारखंड के लिए करना है उसके लिए राजनीतिक जमीन और जनाधार को मजबूत करने का काम शाह भाजपा के नेताओं के देकर चले गए. अब देखना होगा कि हेमंत सोरेन से लड़ने में जुटी झारखंड भाजपा जमीन पर कितना सफल होती है. 2022 की राजनीति की बात करें तो झारखंड बीजेपी के लोग तो सिर्फ सरकार बदलने में और बदलवाने की सियासत में ही बिता दिए 2023 के लिए मिले टास्क और 24 के लिए बना फॉर्मूला अब झारखंड बीजेपी के नेताओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने अमित शाह के चाइबासा के बयान को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि हम लोग पहले ही कह रहे थे कि झारखंड बीजेपी के नेता हेमंत सरकार के गिराने के काम में लगे हैं. आज अमित शाह जी ने हमारी नहीं अपनी पार्टी के नेताओं की हकीकत बता दी है. हेमंत सरकार को अस्थिर करने के लिए जिस तरीके से बीजेपी काम कर रही थी और हम लोग उसे लगातार कह रहे थे आज आमित शाह जी ने उसकी पूरी पोल खोल दी.