पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों में खींचतान जारी है. इसी क्रम में बीजेपी और जदयू नेता लगातार एनडीए में सब कुछ सामान्य होने की बात कह रहे हैं. वहीं इसके बावजूद चिराग पासवान के रवैए से पिछले कुछ समय से एनडीए में सब कुछ ठीक होता नहीं दिख रहा है. चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखकर राजग के कई फैसलों पर अपनी असहमति जताते रहे हैं.
दरअसल, बीजेपी चिराग पासवान के रवैए पर एनडीए में लोकतंत्र की मौजूदगी की बात कहकर लोजपा का बचाव कर रही है. वहीं जदयू के मंत्री चिराग के बयानबाजी पर नाराजगी जताते हुए कहते हैं कि जब एनडीए में हैं, तो उन्हें नीतीश कुमार ही फिर मुख्यमंत्री बनेंगे यह बोलने में दिक्कत क्यों हो रही है. बता दें कि चिराग पासवान पहले भी कई मुद्दों पर अपनी नाराजगी जता चुके हैं.
'सबको अपनी बात कहने का हक'
चिराग पासवान बिहार सरकार के कामकाज को लेकर भी बयान देते रहे हैं. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई दफा पत्र लिखने के बाद भी जवाब नहीं मिलने पर वो अपनी नारजगी जाहिर कर चुके हैं. चिराग पासवान के रवैये पर बीजेपी मंत्री राणा रणधीर सिंह ने कहा कि एनडीए में लोकतंत्र है और सबको अपनी बात कहने का हक है. लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार प्रभारी राणा रणधीर सिंह लगातार कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही हम लोग बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे और इसमें कहीं कोई परेशानी नहीं है.
'लोजपा को मानते हैं एनडीए का सहयोगी'
वहीं जदयू मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि जब आप एनडीए के सहयोगी हैं तो फिर से नीतीश ही मुख्यमंत्री बनेंगे यह कहने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी तो हमारी भी सहयोगी है, लेकिन हम लोजपा को भी एनडीए का सहयोगी मानते हैं.
एनडीए की एकजुटता पर सवाल
बीजेपी के शीर्ष नेता तक कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एक बार फिर से एनडीए बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी. नीतीश कुमार बिहार के फिर मुख्यमंत्री होंगे. वहीं लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के रवैए से लगातार सवाल उठ रहा है कि क्या एनडीए एकजुटता के साथ चुनाव में उतरेगी.