रांची: राजधानी में नवरात्रि को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा (Shardiya Navratri 2022) है. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा कर घर-घर में कलश स्थापना की गयी. लेकिन डोरंडा स्थित जैप वन में नवरात्रि मनाने की अपनी परंपरा है. यहां जैप वन में नेपाली परंपरा से दुर्गा पूजा (Durga Puja in JAP One) की जाती है.
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जैप वन में नवरात्रि के पहले दिन जवानों ने बंदूकों से फायरिंग कर मां दुर्गा को सलामी (JAP One jawan firing to salute Maa Durga) दी. इसके बाद विधि विधान के साथ कलश स्थापना की पूजा शुरू हुई. इसके लिए जैप वन डिप्टी कमांडेंट वाईएस रमेश और उनकी पत्नी ने विधिवत रूप से पूजा की. उन्होंने मां दुर्गा की उपासना कर राज्य और समाज के लिए आशीर्वाद मांगा. विधिवत रूप से कलश स्थापना करने के बाद डिप्टी कमांडेंट वाईएस रमेश (JAP One Deputy Commandant YS Ramesh) ने कहा कि 140 वर्ष से भी ज्यादा समय से जैप वन में मां दुर्गा की आराधना और उपासना जवान करते आ रहे हैं.
डिप्टी कमांडेंट ने कहा कि इस वर्ष उन्होंने भी अपने पूरे परिवार के साथ आकर पूजा अर्चना की है. इस दौरान जैप वन के जवान अपने हथियारों की भी विशेष पूजा करते हैं. इस परिसर में 9 दिन की यह पूजा पुलिस के जवानों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. जैप वन में हर वर्ष नेपाली परंपरा से मां की आराधना की जाती है. नवमी पूजा के दिन बलि देने का भी रिवाज है. जिसका प्रसाद जैप वन परिसर में रहने वाले सभी जवानों के घरों में भेजा जाता है.
वर्ष 1880 से ही जैप वन में मां दुर्गा की पूजा धूमधाम से की जाती है. 9 दिनों तक प्रतिदिन शाम में जवानों के द्वारा आरती की जाती है और सभी जवान मां की भक्ति में डूबे रहते हैं. 9 दिन की इस पूजा में बड़े से बड़े हथियार से लेकर छोटे हथियार तक की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि हथियारों की पूजा करने से उन्हें बल मिलता है और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है.