रांची: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और पीएम मोदी से उद्योगपति गौतम अडानी के संबंध को लेकर कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है. झारखंड में भी इस मुद्दे को आम लोगों तक ले जाने के लिए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर 12 दिनों से 24 जिलों की जय भारत सत्याग्रह पर हैं. इस कार्यक्रम का समापन 16 अप्रैल को रांची के ओल्ड विधानसभा के मैदान में किया जाएगा.
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गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने संवाददाता सम्मेलन कर इस कार्यक्रम के खत्म होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जिस मामले में राहुल गांधी को सजा हुई, उसमें वे लोग पिटीशनर भी नहीं थे जिनका नाम राहुल गांधी ने लिया था, सुबोधकांत सहाय ने कहा कि चोर की कोई जाति नहीं होती. सुबोधकांत सहाय ने कहा कि राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए आनन फानन में सदस्यता समाप्त की गई. मानहानि का मामले में अधिकतम सजा दी गयी.
सुबोधकांत सहाय ने कहा कि राहुल गांधी की मांग क्या थी, वह तो सिर्फ यही चाहते थे कि पीएम मोदी और अडानी का रिश्ता क्या है यह देश की जनता जानें. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आलोक में JPC से मामले की जांच करा ली जाए. देश में महंगाई और बेरोजगारी क्यों है, जब राहुल गांधी इन सवालों को उठाने लगे तो उनकी आवाज दबायी जाने लगी. ऐसे में कांग्रेस अब राहुल गांधी के सवालों को गांव और पंचायत स्तर तक ले जा रही है.
सुबोधकांत सहाय ने कहा कि गोड्डा में अडानी पावर प्लांट के लिए स्पेशल इकोनॉमिक जोन बना दिया गया. जबकि राज्य में 12 हजार उद्योग धंधे बंद हो गए. ऐसे में सवाल तो वाजिब है कि अडानी पर मोदी सरकार इतनी मेहरबान क्यों है?
वहीं, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को समाप्त करने पर तुली है. ऐसे में कांग्रेस चुप नहीं बैठ सकती. राहुल गांधी के उठाए सवाल को लेकर उनके राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी लगातार एक एक जिले की यात्रा कर रहे हैं. ऐसे में राजधानी में जब जय भारत सत्याग्रह होगा तो वह ऐतिहासिक होगा. कांग्रेस के जिला से लेकर प्रखंड-पंचायत और मंडल स्तर तक के पार्टी पदाधिकारी समापन कार्यक्रम में भाग लेंगे. उसी दिन रात में दावत-ए-इफ्तार का भी आयोजन किया जाएगा.