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Ramgarh By Election: चुनाव प्रचार हुआ समाप्त, यहां जानिए किस मुद्दे पर हो रहा रामगढ़ का रण

रामगढ़ में चुनावी प्रचार थम गया है और प्रत्याशी लोगों के घर-घर जाकर वोट की अपील कर रहे हैं. रामगढ़ उपचुनाव में जहां सत्ताधारी दल ने क्षेत्र में विकास और अपनी 1932 खतियान जैसी नीतियों पर वोट मांगा है. तो वहीं विपक्ष सरकार की इन नितियों को छलावा बता रही है. इसके साथ ही विपक्ष भ्रष्टाचार को लेकर भी चुनावी मैदान में है.

Ramgarh By Election
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Published : Feb 25, 2023, 6:55 PM IST

रांची: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदाता 27 फरवरी को मतदान करेंगे. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव सहित कई नेताओं ने ताबड़तोड़ सभाएं की. तो वहीं आजसू और भाजपा के नेताओं ने भी आखिरी दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी.

ये भी पढ़ें: Ramgarh By-Election: रामगढ़ उपचुनाव के लिए थम गया चुनावी शोर, अब प्रत्याशी चले डोर-टू-डोर

चुनाव प्रचार में ये मुद्दे रहे केंद्र में: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में एक ओर जहां महागठबंधन की ओर से हेमंत सोरेन सरकार द्वारा पिछले तीन वर्ष के कार्यकाल में किये गए कार्यों का जिक्र किया गया. इसके साथ ही ममता देवी को आम जनता के मुद्दे पर शहीद होने वाली नेता के रूप में प्रचारित कर लोगों से समर्थन मांगा गया है. महागठबंधन जनता के बीच यह मुद्दा भी ले गयी कि कैसे भाजपा एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर कर राज्य में विकास की रफ्तार कम करती रही है.

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ने बताया कि इस बार रामगढ़ की जनता विकास के मुद्दे पर वोट करेगी. रामगढ़ की जनता ने 15 साल के आजसू-भाजपा के प्रतिनिधि का आतंक देखा है. उससे छुटकारा पाने के लिए आंदोलन की देवी ममता देवी को 2019 में रामगढ़ की जनता ने अपना प्रतिनिधि चुना था, लेकिन ममता देवी, भाजपा-आजसू के षड्यंत्र का शिकार हो गयीं. इसका भी हिसाब रामगढ़ की जनता करेगी.

वहीं, राकेश सिन्हा ने कहा कि ममता देवी के संघर्ष को भी इस बार जनता ख्याल रखेगी और यह भी की कैसे राजनितिक प्रतिशोध के लिए एक दुधमुंहे बच्चे को उसकी मां से दूर कर दिया गया. 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति, ओबीसी आरक्षण को 14% से बढ़ाकर 27% करने, सरना धर्म कोड, कोरोना काल में दूसरे राज्यों में फंसे राज्यवासियों की हवाई जहाज से वापसी, ओल्ड पेंशन स्कीम, यूनिवर्सल पेंशन, दीदी किचन से लॉक डाउन में जरूरतमंदों को भोजन की व्यवस्था करना जैसे अनगिनत काम ऐसे हैं जो रामगढ़ की जनता के जेहन में है.

बीजेपी ने क्या कहा: वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि इस बार रामगढ़ की जनता, हेमंत सोरेन सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ वोट करेगी. जनता यह देख रही है कि कैसे सत्ता के शीर्ष पर बैठे मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री-अधिकारी सभी पर भ्रष्टाचार के कितने गंभीर आरोप लगे हैं. किस तरह बेरोजगारी भत्ते पर बेरोजगार युवाओं को धोखा दिया गया है. स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण, नियोजन नीति को लेकर रामगढ़ की जनता समझ गयी है कि सिर्फ इन मुद्दों पर उनके साथ छलावा हुआ है. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि आजसू और भाजपा के एक साथ हो जाने का लाभ भी NDA उम्मीदवार को मिलेगा.

रांची: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदाता 27 फरवरी को मतदान करेंगे. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव सहित कई नेताओं ने ताबड़तोड़ सभाएं की. तो वहीं आजसू और भाजपा के नेताओं ने भी आखिरी दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी.

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चुनाव प्रचार में ये मुद्दे रहे केंद्र में: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में एक ओर जहां महागठबंधन की ओर से हेमंत सोरेन सरकार द्वारा पिछले तीन वर्ष के कार्यकाल में किये गए कार्यों का जिक्र किया गया. इसके साथ ही ममता देवी को आम जनता के मुद्दे पर शहीद होने वाली नेता के रूप में प्रचारित कर लोगों से समर्थन मांगा गया है. महागठबंधन जनता के बीच यह मुद्दा भी ले गयी कि कैसे भाजपा एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर कर राज्य में विकास की रफ्तार कम करती रही है.

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ने बताया कि इस बार रामगढ़ की जनता विकास के मुद्दे पर वोट करेगी. रामगढ़ की जनता ने 15 साल के आजसू-भाजपा के प्रतिनिधि का आतंक देखा है. उससे छुटकारा पाने के लिए आंदोलन की देवी ममता देवी को 2019 में रामगढ़ की जनता ने अपना प्रतिनिधि चुना था, लेकिन ममता देवी, भाजपा-आजसू के षड्यंत्र का शिकार हो गयीं. इसका भी हिसाब रामगढ़ की जनता करेगी.

वहीं, राकेश सिन्हा ने कहा कि ममता देवी के संघर्ष को भी इस बार जनता ख्याल रखेगी और यह भी की कैसे राजनितिक प्रतिशोध के लिए एक दुधमुंहे बच्चे को उसकी मां से दूर कर दिया गया. 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति, ओबीसी आरक्षण को 14% से बढ़ाकर 27% करने, सरना धर्म कोड, कोरोना काल में दूसरे राज्यों में फंसे राज्यवासियों की हवाई जहाज से वापसी, ओल्ड पेंशन स्कीम, यूनिवर्सल पेंशन, दीदी किचन से लॉक डाउन में जरूरतमंदों को भोजन की व्यवस्था करना जैसे अनगिनत काम ऐसे हैं जो रामगढ़ की जनता के जेहन में है.

बीजेपी ने क्या कहा: वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि इस बार रामगढ़ की जनता, हेमंत सोरेन सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ वोट करेगी. जनता यह देख रही है कि कैसे सत्ता के शीर्ष पर बैठे मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री-अधिकारी सभी पर भ्रष्टाचार के कितने गंभीर आरोप लगे हैं. किस तरह बेरोजगारी भत्ते पर बेरोजगार युवाओं को धोखा दिया गया है. स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण, नियोजन नीति को लेकर रामगढ़ की जनता समझ गयी है कि सिर्फ इन मुद्दों पर उनके साथ छलावा हुआ है. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि आजसू और भाजपा के एक साथ हो जाने का लाभ भी NDA उम्मीदवार को मिलेगा.

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