पलामू: पीटीआर के इलाके में छह महीने बाद बाघ देखा गया है. बाघ ने शिकार भी किया है. बाघ पुराना है या इलाके में नया दाखिल हुआ है, इसकी जांच की जा रही है. दरअसल, छह महीने पहले भी पीटीआर के उतरी डिवीजन में बाघ देखा गया था. लेकिन वह 15 दिनों बाद अचानक गायब हो गया था. छह महीने बाद अचानक इलाके में फिर एक बाघ देखा गया. पीटीआर के अधिकारी यह पता लगा रहे है कि पुराना बाघ ही वापस इलाके में दिखा है या कोई नया बाघ दाखिल हुआ है.
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पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बाघ के स्कैट और पंजे का निशान लिया है जिसकी जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून को भेजा गया है. जांच रिपोर्ट के बाद पता चल पाएगा कि बाघ नया है या पुराना. पलामू टाइगर रिजर्व के कुमार आशुतोष ने बताया कि छह महीने में बाघ वापस अपने इलाके में लौट आते है. पीटीआर में ट्रेस हुआ बाघ नया है या पुराना जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि बाघ जिस इलाके में है उस इलाके में दो और मवेशी गायब, आशंका जताई जा रही है बाघ ने दोनों का शिकार किया है.
बाघ की निगरानी के लिए इलाके में तीन अलग-अलग टीमों को तैनात किया गया है. टीम में 40 से भी अधिक वन कर्मियों को तैनात किया गया है. बाघ के इलाके में उच्च क्षमता वाले ट्रैकिंग कैमरा को तैनात किया गया है. निदेशक ने बताया कि इलाके में लगातार अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. दरअसल मार्च 2022 में बांधवगढ़ के इलाके से एक बाघ पीटीआर में दाखिल हुआ था. बाघ 15 दिनों तक देखा गया था उसके बाद गायब हो गया था.
बाघ के लोकेशन को रखा जा है गोपनीय: बाघ के लोकेशन की जानकारी गोपनीय रखी जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि बाघ के लोकेशन जाहिर होने के बाद ग्रामीण के भीड़ के साथ साथ कई परेशानी शुरू हो जाती है. बाघ को लेकर स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की जा रही है. ग्रामीणों को बताया जा रहा है कि वह बेवजह जंगल की तरफ ना जाएं मवेशी का शिकार होने पर विभाग उन्हें मुआवजा देगा.