रांची: मैट्रिक परीक्षा के साथ ही विद्यार्थियों के ऊपर जिम्मेदारियां बढ़ जाती है, पढ़ाई को लेकर अभिभावक दबाव बनाते हैं. साथ ही उन्हें सही रास्ता चुनने की नसीहत भी देते हैं, लेकिन परीक्षार्थी खुद यह डिसाइड करते हैं कि उन्हें कैसे परीक्षा देना है और रिजल्ट बेहतर करना है.
ऐसे ही कई विषयों को लेकर परीक्षार्थी परीक्षा की तैयारी करते हैं. ईटीवी भारत की टीम ने मैट्रिक परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों से बातचीत की है. इन परीक्षार्थियों की माने तो रेगुलर प्रैक्टिस करने की जरूरत है. गणित, विज्ञान जैसे विषयों को गंभीरता से लेने की जरूरत है लगातार प्रैक्टिस करना होगा.
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लगभग 10 घंटे की पढ़ाई अच्छे नंबर और टॉप करने के लिए जरूरी होता है. सोशल मीडिया से दूर रहने की भी जरूरत है. वहीं, मैट्रिक की परीक्षा में विद्यार्थियों के लिए स्कूल के शिक्षकों के टिप्स भी अहम भूमिका निभाते हैं. जिस निर्देश के तहत शिक्षक विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं और जो तरीका बताते हैं, उस तरीके को विद्यार्थियों को ग्रहण करना होगा तब जाकर विद्यार्थी अच्छे अंकों के साथ सफल हो सकते हैं.
मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर अब चंद ही दिन बचे हैं, प्रैक्टिस का समय खत्म हो चुका है अब मानसिक रूप से मजबूत होना होगा तनाव को छोड़कर परीक्षा देने की जरूरत है.