रांचीः राजधानी में साइबर अपराध से जुड़े मामले के अनुसंधान को लेकर साइबर थानों पर दबाव बढ़ा है. ऐसे में साइबर थानों को सशक्त करने के लिए इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों का अतिरिक्त पदस्थापन यहां किया जा रहा है. फिलहाल सीआईडी एडीजी अनिल पालटा ने इंस्पेक्टर स्तर के तीन पदाधिकारियों की तैनाती का आदेश जारी किया है. अगले चरण में अन्य पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी. साइबर एक्ट के तहत दर्ज मामलों का अनुसंधान इंस्पेक्टर या उससे ऊपर के स्तर के पदाधिकारी करते हैं, ऐसे में अनुसंधान पदाधिकारियों पर काम का दबाव बढ़ा है.
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साइबर थानों पर बढ़ा है दबाव
राज्य में हाल के दिनों में साइबर अपराध के अलग अलग ट्रेंड सामने आए हैं. ऐसे में जांच को लेकर दबाव बढ़ा है. हाल के दिनों में फेसबुक की प्रोफाइल की कॉपी कर अपराधी नया प्रोफाइल बना रहे, इसके बाद पैसों की डिमांड की जा रही है. आमलोगों के अलावा डीसी रांची और जमशेदपुर, कोल्हान डीआईजी, कई जिलों के एसपी, रिटायर्ड पुलिस पदाधिकारियों तक के फर्जी फेसबुक एकाउंट बनाकर पैसों की मांग की जा चुकी है. वहीं कई लोगों को हनी ट्रैप के जरिए भी ब्लैकमेल किया जा रहा है. मामलों की बढ़ोतरी के बाद साइबर थानों ने ऐसे एकाउंट को डिएक्टिवेट कराया है. लेकिन पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है.
सीएम को धमकी केस की भी जांच कर रहा साइबर थाना
साइबर थाना की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व प्रभारी डीजीपी एमवी राव समेत अन्य को मेल के जरिए धमकी के मामले की जांच भी साइबर थाना ही कर रही है. इस कांड में भी साइबर पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है. अपराधियों ने विदेशी सर्वर का इस्तेमाल करते हुए सीएम के मेल आईडी पर ईमेल किया था. नए पदाधिकारियों को अब महत्वपूर्ण कांडों की जांच दी जा सकती है.