रांची: देश में पर्यावरण को बचाने और युवाओं के बीच भारतीय संस्कृति और संगीत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रोफेसर किरण सेठ साइकिल चलाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. रांची पहुंचने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रोफेसर किरण सेठ ने कहा कि वे अब तक कन्याकुमारी से श्रीनगर तक साइकिल चला चुके हैं. अब वह गुवाहाटी से दिल्ली तक साइकिल यात्रा शुरू करने जा रहे हैं.
दस हजार किलोमीटर चला चुके हैं साइकिल: प्रोफेसर किरण सेठ ने बताया कि वे अब तक दस हजार किलोमीटर साइकिल चला चुके हैं और हजारों गांवों और ब्लॉकों में युवाओं को पारंपरिक संगीत और अपनी संस्कृति के बारे में जागरूक किया है. साइकिल से उन्होंने यह अभियान चलाने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि वह महात्मा गांधी के सादा जीवन उच्च विचार की सोच को लोगों के बीच लाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संदेश भी मिलता है और एकाग्रता भी बनी रहती है.
प्रोफेसर किरण सेठ के साथ झारखंड में उनके अभियान को सफल बनाने के लिए काम कर रहे राजीव रंजन कहते हैं कि वे कई वर्षों से स्पिक मैके नामक संस्था से जुड़े हुए हैं. यह संस्था न केवल भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में पारंपरिक संगीत और शास्त्रीय कला को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि वे प्रोफेसर किरण सेठ के साथ मिलकर झारखंड के विभिन्न ग्रामीण और सुदूर इलाकों में जाकर लोगों को झारखंड की पारंपरिक संस्कृति और संगीत के बारे में बता रहे हैं ताकि आज के युवा हमारी पौराणिक सभ्यताओं, संगीत और संस्कृति के साथ-साथ विद्या और कलाओं को भी जान सके.
मदद की अपील: प्रोफेसर किरण सेठ के साथ झारखंड के कई लोग इस मुहिम को सफल बनाने में उनका साथ दे रहे हैं. साथ ही प्रोफेसर किरण सेठ अपने अभियान को सफल बनाने के लिए कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में जाकर सहयोग की अपील कर रहे हैं. बता दें कि प्रोफेसर किरण सेठ 47 वर्षों तक आईआईटी दिल्ली में बतौर सीनियर प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रह चुके हैं.
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