रांचीः ईडी ने झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. दूसरे दिन पूछताछ के बाद ईडी ने पूजा सिंघल को मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है मनरेगा घोटाला मामले में आईएएस अफसर पर कार्रवाई की है. इससे पहले दूसरे दिन आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ईडी दफ्तर पहुंचीं थीं. मेडिकल कराने के बाद पूजा सिंघल को ईडी कोर्ट ले जाया गया. यहां से कोर्ट ने आईएएस पूजा सिंघल को पांच दिन के लिए ईडी की रिमांड पर भेज दिया. इधर झारखंड सरकार ने भी आईएएस पूजा सिंघल पर कार्रवाई की है. राज्य सरकार ने पूजा सिंघल को सस्पेंड कर दिया है.
ये भी पढ़ें-पूजा सिंघल छापेमारी से गिरफ्तारी तक, जानिए पल-पल की जानकारी
आईएएस पूजा सिंघल बुधवार सुबह 10:30 बजे अकेले ही ईडी दफ्तर पहुंचीं थी. इससे पहले मंगलवार को पूजा सिंघल से ईडी के अधिकारियों ने 9 घंटे तक पूछताछ की थी. अनुमान लगाया जा रहा था कि आज भी पूछताछ लंबी चलेगी. वहीं दूसरी तरफ ईडी की रिमांड पर आए सीए सुमन से भी पूछताछ जारी थी. इस बीच ईडी ने पूछताछ के बाद आईएएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया. झारखंड की खान सचिव को पुराने मनरेगा घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया है.
सरकार करेगी कार्रवाईः इधर मामले की पूजा सिंघल की गिरफ्तारी पर जेएमएम विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि ईडी सारी औपचारिकताओं को पूरी कर राज्य सरकार को जानकारी देती है तो झारखंड सरकार आवश्यक कार्रवाई करेगी. इधर देर रात ईडी कोर्ट ने आईएएस पूजा सिंघल को पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया.
अब तक आरोपों से इंकार करती रहीं है पूजाः मंगलवार को पूछताछ के दौरान पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाले में अपनी संलिप्तता से सीधे सीधे इंकार कर दिया था. पूजा सिंघल ने ईडी के अफसरों को बताया था कि उन्होंने कभी रामविनोद सिन्हा या किसी दूसरे अधिकारियों से पैसे नहीं लिए. पूजा सिंघल के अनुसार मनरेगा मामले में उनके खिलाफ प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी को विभागीय जांच पदाधिकारी बनाया गया था. लंबे समय तक चले जांच के दौरान उनसे पक्ष भी पूछा गया था, तब एक एक विषय पर उन्होंने जांच कमेटी को जवाब दिया था. उनके जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही उन्हें विभागीय जांच में तत्कालीन सरकार ने क्लीनचिट दी थी. हालांकि ईडी अभी जांच कर रही है कि आखिरकार किन वजहों से पूजा सिंघल को क्लीन चिट दी गई थी, जबकि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत थे.
क्या है पूरा मामला: इससे पहले 6 मई को सुबह-सुबह ईडी की टीम ने पूजा सिंघल और उनके करीबियों के देश भर में मौजूद तकरीबन 25 ठिकानों पर दबिश दी. मामला झारखंड मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिग से जुड़ा था, जिसमें संदेह के घेरे में झारखंड की सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल भी थी. कई ठिकानों से दस्तावेज जब्त किए गए. उसी दिन पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार के घर और दफ्तर पर भी छापा पड़ा, जहां से ईडी ने 19 करोड़ कैश बरामद किए. सीए सुमन कुमार के घर से कैश के साथ-साथ ईडी की टीम सीए सुमन कुमार और उसके भाई पवन कुमार को अपने साथ ले गई.
7 मई को सुबह ईडी ने पूछताछ के बाद पवन कुमार को छोड़ दिया, जबकि सीए सुमन कुमार से पूछताछ जारी रही. शाम होते होते ईडी ने सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर उसे रिमांड पर ले लिया. 8 मई से लेकर 11 मई तक ईडी ने कभी बारी-बारी से तो कभी एक साथ बिठाकर सीए सुमन कुमार, आईएएस पूजा सिंघल और उसके पति के साथ पूछताछ की. बुधवार शाम 11 मई को ईडी ने आईएएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया.