रांचीः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक दौरे से यह तो स्पष्ट है कि विपक्षी एकता को एकजुट करना दौरे का उद्देश्य है. लेकिन इन सबके बीच झारखंड की राजनीति की बात करें तो एक सवाल यह भी उठता है कि देशभर में विपक्षी एकता को एकजुट करने वाले क्या झारखंड में भी पूरे विपक्ष को एकजुट कर पाएंगे.
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि झारखंड की राजनीतिक इतिहास में जनता दल यूनाइटेड हमेशा ही संघर्ष करता दिखा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा पहले ही जेडीयू के चुनाव चिन्ह पर हमला कर उनका चुनाव चिन्ह बदलवा चुका है. वहीं पिछले दो चुनाव में जनता दल यूनाइटेड को झारखंड में मुंह की खानी पड़ी. इसके बाद नीतीश कुमार खुद झारखंड पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. इसीलिए जेडीयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो को राज्यसभा सांसद बनाया.
राज्य गठन के बाद वर्ष 2014 तक जनता दल यूनाइटेड के चार से पांच विधायक राज्य में हुआ करते थे. वहीं सरकार में मंत्री पद पर भी जनता दल यूनाइटेड का कब्जा होता था. लेकिन पिछले दो चुनाव से झारखंड में जनता दल यूनाइटेड राजनीतिक रुप से कमजोर होता चला गया. लेकिन नीतीश कुमार के द्वारा विपक्षी एकता का नेतृत्व शुरू करने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि क्या झारखंड में एक बार फिर जनता दल यूनाइटेड मजबूत होगा.
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता सरवन कुमार बताते हैं कि सभी राजनीतिक दलों को एकजुट करने के लिए उनके नेता विपक्षी एकता का नेतृत्व कर रहे हैं. झारखंड में भी एनडीए को कमजोर करने के लिए नीतीश कुमार झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राजद और वाम दल को एकजुट करेंगे. वहीं पिछले दिनों झारखंड के मुख्यमंत्री व झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से भी जब नीतीश कुमार को लेकर सवाल पूछे गए तो वह कुछ भी कहने से बचते नजर आए.
अब देखने वाली बात होगी कि देश भर में विपक्षी एकता का नेतृत्व कर रहे नीतीश कुमार को झारखंड के राजनीतिक दल कितना मानते हैं. क्योंकि अन्य राज्यों में नीतीश कुमार का जनाधार नहीं रहा हैा लेकिन झारखंड में शुरू से ही नीतीश कुमार की पार्टी सत्ता में काबिज रही है और सक्रिय राजनीति में शामिल रही है. इन सभी राजनीतिक परिदृश्य के बीच यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या झारखंड की सभी पार्टियां जेडीयू के नेतृत्व को स्वीकार करेगी या फिर राजनीतिक लाभ को नजरअंदाज कर झारखंड के सभी विपक्षी को नीतीश कुमार एकजुट करेंगे.