रांची: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हुई मुलाकात राजनीतिक मायने में काफी अहम मानी जा रही है. इसे खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी स्वीकार किया है. विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ हुई मुलाकात के दौरान राजनीतिक बातें भी हुई है. इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने गुरुजी शिबू सोरेन से भी मुलाकात की है.
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शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की मुलाकात हुई है जिस दौरान राष्ट्रीय राजनीति पर भी चर्चा हुई है. कहा जा रहा है कि मुलाकात के दौरान 2024 की राजनीतिक हालात पर चर्चा दोनों नेताओं के बीच हुई है. कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन जैसे भाजपा विरोधी दलों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं. झारखंड आने से पहले 20 फरवरी को उन्होंने मुंबई जाकर उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. इसके बाद 3 मार्च को दिल्ली में सुब्रमण्यम स्वामी और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से मुलाकात के बाद के चंद्रशेखर राव का झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हुई मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.
गलवान घाटी में शहीद जवान के परिजनों को सौंपा आर्थिक सहायता राशि: झारखंड दौरे पर आये टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने इस दौरान 16 जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सेना से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त करने वाले कुंदन ओझा और गणेश हांसदा के परिजन को तेलंगाना सरकार की ओर से दस-दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की. कुंदन ओझा झारखंड के साहिबगंज जिले के सदर प्रखंड के डिहारी गांव के रहने वाले थे. गौरतलब है कि गलवान घाटी में चीन के साथ झड़प में बिहार रेजीमेंट के कर्नल बी संतोष बाबू तेलंगाना के सूर्यापेट के रहने वाले थे. संतोष बाबू के साथ झारखंड के रहने वाले बिहार रेजिमेंट के जवान कुंदन ओझा अंगरक्षक के तौर पर थे. दोनों की एक साथ शहादत को दोनों राज्यों के बीच भावनात्मक रिश्ते में बदलने की कोशिश इसके जरिए की गई है. शहीद गणेश हांसदा झारखंड के बहरागोड़ा के रहने वाले थे.