ETV Bharat / state

139 बंदी लेंगे खुली हवा में सांस, CM हेमंत सोरेन ने झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की अनुशंसा को दी स्वीकृति

रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की 7 अलग-अलग जेलों में बंद 139 कैदियों को मुक्त करने पर अपनी स्वीकृति दी है. उनमें 5 केंद्रीय कारागार, 1 मंडल कारा और 1 खुला जेल सह पुनर्वास कैंप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी शामिल हैं. उनको रिहा करने की राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की अनुशंसा पर सीएम ने अपनी स्वीकृति दे दी है.

139 बंदी लेंगे खुली हवा में सांस, CM हेमंत सोरेन ने झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की अनुशंसा को दी स्वीकृति
हेमंत सोरेन
author img

By

Published : Jan 18, 2020, 8:44 PM IST

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की 7 अलग-अलग जेलों में बंद 139 कैदियों को मुक्त करने पर अपनी स्वीकृति दी है. उनमें 5 केंद्रीय कारागार, 1 मंडल कारा और 1 खुला जेल सह पुनर्वास कैंप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 139 बंदी शामिल हैं.

आजीवन कारावास की सजा पाए उन बंदियों को जिनकी लंबी सजा अवधि बीत जाने और कारागार में उनके बेहतर आचरण, उनके उम्र और उनके किये गए अपराध की प्रकृति आदि पर राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद ने विचार कर अपनी अनुशंसा सीएम के पास भेजी थी. मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलते ही अब ये सभी बंदी अपने परिवार वालों के साथ रह सकेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि यह दर्शाता है कि अपराधी के जीवन में समाज हित में बदलाव लाना ही सजा का ध्येय होता है.

और पढ़ें-केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते पहुंचे खूंटी, लोगों को दी NRC और CAA की जानकारी

समाज के लिए सकारात्मक कार्य करें
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि रिहा हो रहे बंदी नए सिरे से अपनी जिंदगी को शुरू करते हुए देश, राज्य, समाज और अपने परिवार के प्रति अपनी महती जिम्मेदारी का निर्वहन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिये शासन एक जिम्मेदारी का अहसास है. रिहा हो रहे बंदी भी अपने जिम्मेदारी बोध के साथ समाज के लिए सकारात्मक कार्य करें.

किस जेल में हैं कितने बंदी

झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की ओर से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के 62, लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा, हजारीबाग के 26, केंद्रीय कारा, दुमका के 29, केंद्रीय कारा, घाघीडीह, जमशेदपुर के 14, केंद्रीय कारा, मेदिनीनगर, पलामू के 4, मंडल कारा, चाईबासा के 3 और खुला जेल-सह-पुनर्वास कैंप हजारीबाग में 1 आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी को रिहा करने की स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दी है.

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की 7 अलग-अलग जेलों में बंद 139 कैदियों को मुक्त करने पर अपनी स्वीकृति दी है. उनमें 5 केंद्रीय कारागार, 1 मंडल कारा और 1 खुला जेल सह पुनर्वास कैंप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 139 बंदी शामिल हैं.

आजीवन कारावास की सजा पाए उन बंदियों को जिनकी लंबी सजा अवधि बीत जाने और कारागार में उनके बेहतर आचरण, उनके उम्र और उनके किये गए अपराध की प्रकृति आदि पर राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद ने विचार कर अपनी अनुशंसा सीएम के पास भेजी थी. मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलते ही अब ये सभी बंदी अपने परिवार वालों के साथ रह सकेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि यह दर्शाता है कि अपराधी के जीवन में समाज हित में बदलाव लाना ही सजा का ध्येय होता है.

और पढ़ें-केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते पहुंचे खूंटी, लोगों को दी NRC और CAA की जानकारी

समाज के लिए सकारात्मक कार्य करें
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि रिहा हो रहे बंदी नए सिरे से अपनी जिंदगी को शुरू करते हुए देश, राज्य, समाज और अपने परिवार के प्रति अपनी महती जिम्मेदारी का निर्वहन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिये शासन एक जिम्मेदारी का अहसास है. रिहा हो रहे बंदी भी अपने जिम्मेदारी बोध के साथ समाज के लिए सकारात्मक कार्य करें.

किस जेल में हैं कितने बंदी

झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की ओर से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के 62, लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा, हजारीबाग के 26, केंद्रीय कारा, दुमका के 29, केंद्रीय कारा, घाघीडीह, जमशेदपुर के 14, केंद्रीय कारा, मेदिनीनगर, पलामू के 4, मंडल कारा, चाईबासा के 3 और खुला जेल-सह-पुनर्वास कैंप हजारीबाग में 1 आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी को रिहा करने की स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दी है.

Intro:रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य की 7 अलग अलग जेलों में बंद 139 कैदियों को मुक्त करने पर अपनी स्वीकृति दी है। उनमें 5 केंद्रीय कारागार, 1 मंडल कारा और 1 खुला जेल सह पुनर्वास कैम्प में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 139 बंदी शामिल हैं। उनको रिहा करने की राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की अनुशंसा पर सीएम ने अपनी स्वीकृति दे दी है। आजीवन कारावास की सजा पाए उन बंदियों जिनकी लंबी सजा अवधि बीत जाने और कारागार में उनके बेहतर आचरण, उनके उम्र और उनके द्वारा किये गए अपराध की प्रकृति आदि पर राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद विचार कर अपनी अनुशंसा सीएम के पास भेजी थी। मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलते ही अब ये सभी बंदी अपने परिवार वालों के साथ रह सकेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि यह दर्शाता है कि अपराधी के जीवन में समाज हित में बदलाव लाना ही सजा का ध्येय होता है।

Body: समाज के लिए सकारात्मक कार्य करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि रिहा हो रहे बंदी नये सिरे से अपनी जिंदगी को शुरू करते हुए देश, राज्य, समाज और अपने परिवार के प्रति अपनी महती जिम्मेदारी का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिये शासन एक जिम्मेदारी का अहसास है। रिहा हो रहे बन्दी भी अपने जिम्मेदारी बोध के साथ समाज के लिए सकारात्मक कार्य करें।

Conclusion:किस जेल में हैं कितने बंदी

झारखण्ड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद द्वारा बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के 62, लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा, हजारीबाग के 26, केंद्रीय कारा, दुमका के 29, केंद्रीय कारा, घाघीडीह, जमशेदपुर के 14, केंद्रीय कारा, मेदिनीनगर, पलामू के 4, मंडल कारा, चाईबासा के 3 और खुला जेल-सह-पुनर्वास कैम्प हजारीबाग के 1 आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी को रिहा करने की स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दी है।

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.