रांची: इस साल झारखंड में किसानों से धान की खरीदारी देर से शुरू होगी. राज्य सरकार द्वारा तैयारी पूरी नहीं करने के कारण यह समस्या सामने आयी है. हालांकि, अच्छी बात यह है कि हेमंत सरकार किसानों के धान खरीद का समर्थन मूल्य बढ़ाने जा रही है. जानकारी के मुताबिक, लैंपस के माध्यम से धान की खरीदी 15 दिसंबर के बजाय 20 दिसंबर के आसपास की जाएगी. इसके अलावा धान खरीद के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा गुरुवार 7 दिसंबर को कैबिनेट बैठक में मंजूरी के बाद की जाएगी.
औपचारिक घोषणा का इंतजार: किसानों की मांग पर सरकार ने समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला किया है. खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने संकेत दिया है कि बाजार मूल्य और सरकारी समर्थन मूल्य एक समान रहने से किसानों को हो रही परेशानी को देखते हुए सरकारी दर बढ़ाने की मांग की गयी थी, जिस पर सैद्धांतिक सहमति मिल गयी है. विभाग से जानकारी मिल चुकी है, अब कैबिनेट में फैसले के बाद गुरुवार शाम सरकार की ओर से इसकी औपचारिक घोषणा की जायेगी. फिलहाल धान खरीद की सरकारी दर 2050 रुपये प्रति क्विंटल है.
सूखे को देखते हुए लक्ष्य कम रहने की संभावना: राज्य में लगातार दूसरे साल कम बारिश के कारण धान के आच्छादन में कमी को देखते हुए उपज में कमी की आशंका है, जिसे देखते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग इस साल पिछले वर्षों की तुलना में धान खरीद का लक्ष्य कम रखने की तैयारी कर रहा है. पिछले खरीफ सीजन यानी 2022-23 में विभाग ने पहले 80,00,000 क्विंटल का लक्ष्य रखा था, जिसे बाद में घटाकर 36,30,000 कर दिया गया. इसके बावजूद मात्र 1716078.88 क्विंटल ही खरीद हो सकी. इससे सबक लेते हुए विभाग ने इस बार लक्ष्य संतुलित रखने का निर्णय लिया है.
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