रांची: उत्तराखंड में चमोली के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से पानी का जल स्तर एकाएक बढ़ गया. इसमें ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से ध्वस्त हो गया और इसमें काम कर रहे सभी 32 लोग लापता हो गए. वहीं नीचे उतरकर तपोवन में स्थित दूसरा पावर प्रोजेक्ट एनटीपीसी पर काम कर रहे 121 लोगों में से कुछ लोग हादसे के समय सुरंग के अंदर फंस गए, जिन्हें निकालने का काम चल रहा है.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चमोली आपदा में फंसे झारखंड के लोगों की मदद के लिए फोन नंबर जारी किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि 'चमोली आपदा में फंसे झारखंड के निवासी कृपया नीचे दिए गए नंबरों पर अपनी समस्या साझा करें'
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उत्तराखंड पुलिस के अनुसार चमोली हादसे में अभी तक लगभग 202 लोगों के लापता होने की सूचना है, वहीं 19 के शव अलग अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं. वहीं तपोवन में स्थित एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट में एक सुरंग के अंदर काम कर रहे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. सुरंग में ही कई लोग फंसे हैं. कई लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. पुलिस, एसडीआरएफ और आईटीबीपी के माध्यम से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है.