रांचीः बड़कागांव कांड से जुड़े पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव, पत्नी निर्मला देवी एवं अन्य के मामले पर रांची सिविल कोर्ट में सुनवाई अपर न्याययुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत में हुई. मामले में अभियोजन पक्ष और तत्कालीन सीओ की गवाही हुई. गवाही के दौरान तत्कालीन सीओ संतोष सिंह ने घटना से जुड़े मामले को अदालत में बताया. उन्होंने बताया कि झड़प में कई अधिकारी और पुलिस के जवान घायल हुए थे.
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अदालत में सुनवाई के दौरान विधायक अम्बा प्रसाद कोर्ट में उपस्थित रहीं. मामले की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई, जहां पूर्व मंत्री योगेंद्र साव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में उपस्थित हुए.
अपर लोक अभियोजक परमानंद यादव ने बताया कि GR 583/19 बड़कागांव कांड 123/16 से जुड़े ये सभी मामले पूर्व में हजारीबाग की अदालत में चल रहे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार योगेंद्र साव से जुड़े हुए मामले को रांची सिविल कोर्ट में स्थानांतरित किया गया है और आज इसी मामले में सुनवाई हुई, जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव उपस्थित हुए.
पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए आरोप
वहीं अभियोजन पक्ष की ओर से तत्कालीन सीओ संतोष सिंह की गवाही कराई गई जिन्होंने घटना संबंधित जानकारी अदालत में दी. अदालत में सुनवाई के दौरान पहुंची विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि बड़कागांव में गरीबों की जमीन बचाने को लेकर यह धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था, लेकिन पूर्ववर्ती सरकार के इशारे पर पुलिसकर्मियों द्वारा हमला कराया गया और जबरन मेरे परिवार को फंसाया गया.
सरकार निजी कंपनी को वहां की जमीन को देना चाह रही थी और उसी के खिलाफ ग्रामीणों और रैयतों द्वारा धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था, लेकिन इस मामले में मेरे पूरे परिवार को आरोपी बनाया गया है यह मामला अदालत में चल रहा है मुझे अदालत में पूर्ण भरोसा है कि अदालत से न्याय मिलेगा