रांचीः जमीन और फ्लैट के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये के ठगी करने के आरोप में संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक अनामिका नंदी, अनीता नंदी, ओम प्रकाश यादव, तत्कालीन सीईओ रमेश कुमार अरविंद कुमार सी और राम प्रताप वर्मा के खिलाफ सोमवार को सीबीआई के विशेष जज एके मिश्रा की अदालत में आरोप गठित की गयी.
अलग-अलग धाराओं पर आरोप गठित
तमाम लोगों पर धारा 420,120 (बी), 13(2), 13 (1) के तहत आरोप गठित की गयी है. मामला आरसी 7/13 से जुड़ा है. जनवरी 2013 को संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक श्याम किशोर गुप्ता और नगड़ी अंचल के तत्कालीन सीओ प्रदीप राफेल खलखो के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने को लेकर आरोप गठित की गयी थी. ठगी के शिकार हुए उमाशंकर श्रीवास्तव के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस केस में संजीवनी बिल्डकॉन के मुख्य निदेशक जेडी नंदी, उसकी पत्नी अनामिका नंदी, सीआई राजीव रंजन, तत्कालीन रजिस्टार सहदेव मेहरा, अरविंद कुमार सिंह उर्फ पप्पू, श्यामसुंदर कुमार राय, सीओ कृष्ण कुमार संजीवनी बिल्डकॉन को आरोपी बनाया गया है.
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ऐश्वर्या रेजीडेंसी में जमीन देने के नाम पर धोखाधड़ी के अन्य मामले में रातू अंचल के तत्कालीन सीईओ ओम प्रकाश यादव पर आरोप गठित की गयी. 8 जनवरी को अदालत ने ओम प्रकाश यादव के डिस्चार्ज पिटीशन खारिज कर दी थी. मामले में रातू के तत्कालीन सीईओ के अलावे संजीवनी बिल्डकॉन के मुख्य निदेशक जेडी नंदी की पत्नी और कंपनी की निदेशक अनामिका नंदी, लोक सेवक कृष्ण कुमार शशिभूषण प्रसाद सिंह, श्याम सुंदर नाथ राय और संजीवनी से जुड़े अरविंद सिंह को भी आरोपी बनाया है. संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक श्याम किशोर गुप्ता ने कुंडा के ऐश्वर्या रेजीडेंसी में 2 हजार स्क्वायर फीट जमीन के बदले शिकायतकर्ता से 9 रुपये लाख लिए थे. लेकिन जमीन नहीं दी पैसे वापस करने की मांग पर सिर्फ साढे चार लाख ही लौटाए. 20 दिसंबर 2010 को ओम प्रकाश यादव रातू अंचल में स्थापित है.