रांची: झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार को रांची के रिम्स ऑडिटोरियम में राज्यभर के तमाम दवा विक्रेताओं, निजी अस्पताल संचालकों और चिकित्सकों के साथ एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर संवादा की.
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के भी कई पदाधिकारी सभागार पहुंचे, लेकिन मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने तमाम अधिकारियों को सभागार से निकलने का निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारियों की गैरमौजूदगी में ही इन तमाम स्वास्थ्य व्यवस्था से जुड़े लोगों से बात करने से कई चीजें सामने आएगी. उन्होंने तमाम लोगों से कहा कि आप खुलकर निसंकोच भाव से किसी भी बात को कहे, डरने की कोई जरूरत नहीं है. जो भी परेशानियां है उसे दूर किया जाएगा.
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मौके पर सिंगल विंडो, मेडिकल वेस्ट, नॉन मेडिकल वेस्ट, नगर निगम से अतिरिक्त लिए जा रहे टेक्स, आयुष्मान भारत में खामियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सक फार्मासिस्ट कुछ पदाधिकारियों को लेकर एक मॉनिटरिंग बॉडी बनाने के सुझाव निजी अस्पताल संचालकों ने दी है.
वहीं, इस दौरान मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की भी बात हुई, साथ ही इस पर चर्चा भी की गई. दवा विक्रेताओं ने कहा कि फार्मासिस्ट की भारी कमी है. इस वजह से ड्रग इंस्पेक्टर भया दोहन कर रहे हैं और दुकान बंद करने की धमकी भी देते हैं. इस ओर भी राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग को सोचना होगा. हालांकि इन तमाम मामलों को स्वास्थ्य मंत्री ने नोट डाउन कर लिया है. साथ ही सवाल उठाए गए लोगों के साथ मिलकर विशेष रूप से चर्चा भी की गई.