रांचीः प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सबसे बड़े अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान में कोविड-19 के आईसीयू आइसोलेशन वार्ड की अव्यवस्था पर स्वास्थ्य मंत्री को संज्ञान लेने का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री ने शनिवार को ट्वीट कर कहा है कि शासन प्रशासन को मानवीय हितों के प्रति अधिक संवेदनशील रहने की जरूरत है. साथ ही सीएम ने रांची के डिप्टी कमिश्नर को मामले की जांच करने और इस तरह के मामले की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासनिक पहल की जानकारी उन्हें दी जाए.
दरअसल शुक्रवार को रिम्स के कोविड वार्ड से जुड़ी कुछ तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें एक व्यक्ति को बिना कपड़े के वार्ड में जमीन पर बैठा हुआ दिख रहा है. दूसरी तस्वीर में एक व्यक्ति बेड के नीचे पड़ा हुआ है. इतना ही नहीं एक तस्वीर में महिला बेड पर बैठकर दवा लेने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसे कोई दवा देने वाला नहीं. हालांकि इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद रिम्स प्रबंधन ने उस फ्लोर के इंचार्ज को शो कॉज जारी किया है.
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स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों की यकीन करें तो राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज के लिए लगाए गए बेड भर गए हैं. इतना ही नहीं राजधानी रांची समेत अन्य जिलों से भी कोविड-19 के मरीजों को अस्पताल ले जाने में हो रही देरी की शिकायतें भी सामने आ रही हैं. बता दें कि राज्य में अब तक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 5,100 के पार हो गया है, जबकि लगभग 2500 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं.
कोरोना की वजह से आ रहे संकट में लोगों का एकमात्र सहारा स्वास्थ्य व्यवस्था है, लेकिन राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदतर हालत से लोगों की हिम्मत टूटती नजर आ रही है. कोरोना से बीमार हुए लोग उम्मीद लेकर सरकारी अस्पताल में जाते हैं ताकि इस संकट में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी उनका सहारा बने और वह इस बीमारी से ठीक हो पाए, लेकिन राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स से शुक्रवार को वायरल हुई तस्वीर झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल ही नहीं खोलती बल्कि धरती के भगवान कहे जाने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को शर्मसार भी करती है.