रांचीः एनीमिया मुक्त भारत के लिए जरूरी है कि झारखंड भी एनीमिया मुक्त हो. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब राज्य के पांच विभाग मिलकर काम करेंगे. स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मिलकर राज्य से एनीमिया को भगाएंगे. इसके लिए राज्य समन्वय समिति की बैठक अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग की अध्यक्षता में नेपाल हाउस स्थित सभागार में हुई. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज संस्था, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रतिनिधि शामिल हुए.
छह माह से पांच साल तक के बच्चों को आयरन सप्लीमेंट के क्रियान्वयन पर जोरः बैठक में स्कूली बच्चों और 6 माह से 59 माह के बच्चों में आयरन सप्लीमेंट के प्रभावी क्रियान्वयन के दिशा-निर्देशों पर चर्चा की गई. स्कूल स्तर पर जिम्मेदारियां तय करने के साथ-साथ जिला कार्यान्वयन के लिए संयुक्त निर्देश जारी किया जाएगा. साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों के लिए प्रेरक रणनीतियों पर भी चर्चा की गई.
झारखंड में एनीमिया चिंता का विषयः आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021-22 में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे और नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 के आंकड़े की तुलना करते हुए यह निष्कर्ष निकाला गया है कि झारखंड में एनीमिया की स्थिति और गंभीर हुई है. राज्य में 24 में से 10 जिलों मे जहां सभी आयुवर्ग की महिलाओं में एनीमिया बढ़ी है. वहीं 14 जिलों में युवा महिलाओं में खून की कमी के मामले बढ़े हैं. राज्य में पांच विभाग मिलकर इसीलिए एनीमिया के खिलाफ अभियान चलाएंगे ताकि हर स्तर पर चाहे अस्पताल हो या स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र लोगों को जागरूक कर एनीमिया को दूर कर एक स्वस्थ झारखंड का निर्माण कर सके.
एनीमिया मुक्त झारखंड के लिए संजीदगी से बढ़े कदम, जानिए कौन पांच विभाग मिलकर करेंगे काम
एनीमिया को खत्म करने को लेकर झारखंड सरकार के विभिन्न विभाग काफी संजीदा हैं. जल्द से जल्द एनीमिया मुक्त झारखंड हो इसके लिए विभिन्न विभागों ने एकसाथ मिलकर काम करने का फैसला लिया है.
रांचीः एनीमिया मुक्त भारत के लिए जरूरी है कि झारखंड भी एनीमिया मुक्त हो. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब राज्य के पांच विभाग मिलकर काम करेंगे. स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मिलकर राज्य से एनीमिया को भगाएंगे. इसके लिए राज्य समन्वय समिति की बैठक अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग की अध्यक्षता में नेपाल हाउस स्थित सभागार में हुई. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज संस्था, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रतिनिधि शामिल हुए.
छह माह से पांच साल तक के बच्चों को आयरन सप्लीमेंट के क्रियान्वयन पर जोरः बैठक में स्कूली बच्चों और 6 माह से 59 माह के बच्चों में आयरन सप्लीमेंट के प्रभावी क्रियान्वयन के दिशा-निर्देशों पर चर्चा की गई. स्कूल स्तर पर जिम्मेदारियां तय करने के साथ-साथ जिला कार्यान्वयन के लिए संयुक्त निर्देश जारी किया जाएगा. साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों के लिए प्रेरक रणनीतियों पर भी चर्चा की गई.
झारखंड में एनीमिया चिंता का विषयः आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021-22 में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे और नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 के आंकड़े की तुलना करते हुए यह निष्कर्ष निकाला गया है कि झारखंड में एनीमिया की स्थिति और गंभीर हुई है. राज्य में 24 में से 10 जिलों मे जहां सभी आयुवर्ग की महिलाओं में एनीमिया बढ़ी है. वहीं 14 जिलों में युवा महिलाओं में खून की कमी के मामले बढ़े हैं. राज्य में पांच विभाग मिलकर इसीलिए एनीमिया के खिलाफ अभियान चलाएंगे ताकि हर स्तर पर चाहे अस्पताल हो या स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र लोगों को जागरूक कर एनीमिया को दूर कर एक स्वस्थ झारखंड का निर्माण कर सके.