रांची: झारखंड में सरकारी डॉक्टरों के संगठन झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन (जेएसएचएसए) के वर्ष 2022-24 के लिए निर्वाचित नई कार्यकारिणी ने शनिवार को कार्यभार संभाल लिया है (Jhasa ceremony in Ranchi). रांची के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भवन में झासा की ओर से इंस्टालेशन सेरेमनी का आयोजन किया गया. जिसमें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सहित राज्य भर के चिकित्सक पहुंचे. इस इंस्टालेशन सेरेमनी में पुरानी कार्यकारिणी के सदस्यों को विदाई दी गयी वहीं नई कार्यकारिणी सदस्यों का स्वागत किया गया.
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झासा के निवर्तमान महासचिव डॉ बिमलेश कुमार सिंह ने बताया कि एसोसिएशन के पास 4 लाख 32 हजार बैलेंस था, जो आज की तारीख में 09 लाख 15 हजार से अधिक है. यानि झासा को पूर्व की 2020-22 की कार्यकारिणी ने आर्थिक रूप से सशक्त किया है. झासा के निवर्तमान महासचिव ने आज मंच से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से आग्रह किया कि डॉक्टरों को पूर्व में सरकारी डॉक्टरों के निजी प्रैक्टिस के संबंध में जो सहमति बनी थी, उसका आदेश जारी किया जाए. इसके अलावा कोरोना काल के दौरान जिन डॉक्टरों को प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है उन्हें जल्द से जल्द प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने का आग्रह किया.
झासा की नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष डॉ पी के शाह और महासचिव ठाकुर डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह निर्वाचित हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने नए निर्वाचित कार्यकारिणी सदस्यों को प्रमाणपत्र सौंप कर पदभार (शपथ विधि शुभारंभ) कराया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के झारखंड इकाई के सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने कहा कि कोई भी संगठन तब धारदार बनता है जब उसके हर एक सदस्य, सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि सभी के हितों की रक्षा के लिए एक्टिव रहता है, ऐसे में हमें एक बनना होगा, तभी हम सशक्त होकर राज्य के चिकित्सकों के वेलफ़ेयर की बात सोच सकते हैं. झासा के पूर्व अध्यक्ष डॉ मार्शल आइन्ड ने कहा कि उनका लगातार यह प्रयास रहा कि राज्य के चिकित्सकों की लंबित मांगों पर सरकार पर ध्यान दे.
अगस्त महीने में झासा के द्विवार्षिक कार्यकारिणी चुनाव सम्पन्न हुआ था और उसी समय नतीजे घोषित कर दिए गए थे. नए चुने गए झासा कार्यकारिणी सदस्यों ने शनिवार को पदभार संभाल कर अपना काम शुरू कर दिया है.