रांची: झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी खबर है. सरकार ने अनिवार्य पुस्तकों के अलावा कुछ स्पेशल पुस्तकें मुहैया कराने का फैसला लिया है. छात्र-छात्राओं को डिक्शनरी, एटलस, सामान्य ज्ञान और इंग्लिश ग्रामर की पुस्तकें दी जाएंगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कैबिनेट से स्वीकृति के बाद पुस्तक वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास के लिए ही इस कदम को उठाया गया है. इससे विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने के अलावा प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु तैयारी करने में मदद मिलेगी.
सरकारी स्कूल के छात्रों को तोहफा: राज्य के सरकारी माध्यमिक/उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की 9वीं कक्षा में कुल 2 लाख 92 हजार 7 सौ 60 विद्यार्थी नामांकित हैं. इनमें 1 लाख 33 हज़ार 9 सौ 82 छात्र और 1 लाख 58 हजार 7 सौ 78 छात्राएं हैं. अब सभी विद्यार्थियों को सरकार की ओर से विशेष पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी.
दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कह चुके हैं कि सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए उनकी सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. वह कह चुके हैं कि बहुत जल्द जिला स्तर पर प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल की तर्ज पर सरकारी स्कूल का संचालन होगा. ताकि सरकारी स्कूल के बच्चे भी अंग्रेजी बोल सकें. इसी उद्देश्य से कक्षा एक से बारहवीं तक के करीब 21 हजार छात्र-छात्राओं को मुफ्त मोबाइल-टैब बांटने की घोषणा की जा चुकी है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में शिक्षा विभाग के तहत कुल 136 आवासीय विद्यालयों में कक्षा एक से 12वीं तक के छात्र/छात्राओं को कोविड-19 के चलते आवासीय विद्यालय बंद रहने के कारण घर पर रहकर पठन-पाठन जारी रखने के लिए मुफ्त मोबाइल-टैब उपलब्ध कराया जाएगा. इसले अलावा 80 मॉडल स्कूलों का निर्माण कार्य भी जारी है.