रांचीः झारखंड के गढ़वा जिले में वर्ष 2011 से पदस्थापित सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी समर प्रकाश की इलाज के दौरान संबलपुर में रविवार को मौत हो गई. समर प्रकाश की मृत्यु की खबर मिलते ही राज्यभर के सभी डीआरडीए कर्मचारियों में मातम का माहौल है. इस संबंध में डीआरडीए कर्मी प्रवीण कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग कर ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि 10 महीने से वेतन का इंतजार करते करते-करते आज एक साथी इस दुनिया से चला गया. उन्होंने लिखा है कि प्राण जाए तो जाए, वेतन नहीं मिल पाए, यही है झारखंड की व्यवस्था. डीआरडीए स्टाफ को 10 महीने का बकाया वेतन कब मिलेगा.
10 माह से नहीं मिला है डीआरडीए कर्मियों को वेतनः इस संबंध में झारखंड डीआरडीए कर्मचारी संघ ने बताया कि पिछले 10 माह से वेतन के अभाव में राज्यभर के डीआरडीए कर्मी तंगी से जूझ रहे हैं. डीआरडीए कर्मियों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और वेतन नहीं मिलने के लिए जिम्मेवार विभागीय कर्मियों और अन्य को चिह्नित कर कार्रवाई करने की मांग सरकार से की है.
21 जनवरी को इलाज कराने वेल्लोर जाते समय बीमार हो गए थे समर प्रकाश: 21 जनवरी को समर प्रकाश अपनी पत्नी के साथ लंग्स इंफेक्शन का इलाज कराने वेल्लोर जा रहे थे. संबलपुर के आसपास उन्हें सांस लेने में परेशानी होने पर रेलवे के डॉक्टर ने इलाज करके वहीं के एक निजी अस्पताल में 22 जनवरी को भर्ती कराया था. इलाज के लिए आवश्यक राशि की व्यवस्था डीआरडीए गढ़वा के साथी और डीडीसी के प्रयास से किया गया था. इस प्रयास से पांच लाख रुपए व्यवस्था करके भेजे भी गए थे.
मृतक की पत्नी को नौकरी देने और 20 लाख की सहायता राशि देने की मांगः बीमार समर प्रकाश के बेहतर इलाज के लिए परिवार के लोग धनराशि की व्यवस्था के लिए लगे हुए थे, ताकि दिल्ली में इलाज कराया जा सके. लेकिन पैसे की व्यवस्था नहीं जो सकी थी. रविवार को उनकी मौत हो गई. इधर, डीआरडीए एसोसिएशन ने मृतक समर प्रकाश की पत्नी को अनुकंपा पर नौकरी और 20 लाख की सहायता राशि देने की मांग की है.
मंत्री आलमगीर आलम ने डीआरडीए कर्मियों का जल्द बकाया भुगतान का दिलाया था भरोसा: 22 जनवरी 2023 को राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने डीआरडीए कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों को यह भरोसा दिलाया था कि राज्य भर के डीआरडीए कर्मियों का समायोजन जिला परिषद में किया जाएगा. वहीं एक महीने के अंदर ही उनका 10 माह का बकाया भुगतान किया जाएगा. आज एक डीआरडीए कर्मी की मृत्यु होने के बाद ईटीवी भारत ने ग्रामीण विकास मंत्री से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.