नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान देशभर के लोगों को ऑनलाइन शराब सप्लाई करने की आड़ में ठगी की जा कही है. इसमें जामताड़ा के जालसाज सक्रिय हैं. नई दिल्ली में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. द्वारका पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है. अब जालसाजों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के दौरान दिल्ली सरकार सहित कई राज्यों में शराब की दुकानें बंद रखी गई थीं. इस दौरान नशे के आदी शराब के लिए इधर-उधर हाथ-पैर मार रहे थे. जालसाजों को यह एक अच्छा मौका लगा, जिसके बाद उन्होंने ऑनलाइन वेबसाइट बनाकर लोगों से शराब की बुकिंग लेनी शुरु कर दी. लोगों से आर्डर लेते समय शराब के लिए रुपये की ऑनलाइन पेमेंट ली जाती थी. उन्हें जब शराब की डिलीवरी नहीं मिलती थी तो उन्हें ठगे जाने का पता चलता था. ऐसे कई जालसाजी के मामले पुलिस के सामने लॉकडाउन में आये थे.
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शराब कारोबारी की दुकान की तस्वीर का इस्तेमाल
ऐसी ही एक ऑनलाइन दुकान के बारे में एक शराब कारोबारी राजा सोम सहरावत ने विज्ञापन फेसबुक पर देखा. यह विज्ञापन देखकर वह हैरान रह गए. इसमें जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था, वह उनकी दुकान की थी. उन्हें पता चला कि यह जालसाज उनकी दुकान की तस्वीर लगाकर लोगों को झांसा देकर उनसे रुपये ऐंठ रहे हैं. उन्होंने इसमें दिए गए नंबर पर कॉल की तो उनसे रुपये देने को कहा गया. उन्होंने जब उसे बताया कि वह उस दुकान के मालिक हैं, जिसकी तस्वीर उसने इस्तेमाल की है तो जालसाज ने कॉल को काट दिया, जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की. द्वारका नार्थ पुलिस ने उनकी शिकायत पर इस बाबत एफआईआर दर्ज कर ली. इसके साथ ही जालसाजों के बारे में जांच भी शुरु की गई.
झारखंड से सक्रिय हो रखे थे जालसाज
इस मामले की छानबीन के दौरान पुलिस टीम ने बुकिंग के लिए दिए गए मोबाइल नंबर के बारे में जानकारी जुटाई. इसके साथ ही फेसबुक पोस्ट को लेकर भी छानबीन की गई. इससे पता चला कि यह गैंग आसपास से नहीं बल्कि झारखंड के जामताड़ा से ऑपरेट हो रही है. शराब से पहले यहां के गैंग पीएम केयर्स फंड के नाम पर भी जालसाजी कर चुके हैं, जिसे लेकर साइबर सेल जांच कर रही है.