रांची: लॉकडाउन और कारोना के बीच उत्पन्न हुई परिस्थितयों के बाद पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह राज्यभर में सक्रिय हो गया है. राज्य में शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में दीवारों पर पार्ट टाइम नौकरी या घर बैठे 15 से 20 हजार तक कमाएं जैसे पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं. वहीं मोबाइल फोन पर भी ऐसे ही मैसेज भेज कर आमलोगों को ठगने की कोशिश आपराधिक गिरोह कर रहा है. ऐसे में राज्य पुलिस मुख्यालय ने गिरोह के सदस्यों को ट्रैप करने के लिए अभियान की शुरूआत की है.
गिरोह के सदस्य चुराते हैं निजी डाटा
राज्य पुलिस मुख्यालय को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, पार्ट टाइम नौकरी दिलाने का झांसा देकर आमलोगों का निजी डाटा चुराया जाता है. आपराधिक गतिविधि में सलिप्त लोग बैंक के खाते, एटीएम से जुड़ी जानकारियां पेमेंट भेजने के नाम पर मांगते हैं, इसके बाद खाते से पैसे की निकासी कर ली जाती है. कई बार वेबसाइट का लिंक भेजकर भी निजी जानकारियां मांगी जाती है. राज्य के अलग अलग थानों में इससे संबंधित मामले सामने आने के बाद बड़े पैमानें पर अपराधियों को ट्रैप करने का काम शुरू हुआ है. कई ऐसे मोबाइल नंबरों की पड़ताल की गई है, जो अपराधियों के ओर से ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए हैं.
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डीजीपी ने खुद किया आगाह
राज्य पुलिस के डीजीपी एमवी राव ने स्वयं ट्वीट कर ऐसे जालसाजी से बचने के लिए आमलोगों को आगाह किया है. डीजीपी एमवी राव ने ट्वीट किया है कि ऐसे किसी भी लिंक को क्लिक न करें, या ऐसे किसी मैसेज पर भरोसा न करें, जो पार्ट टाइम नौकरी या लोन का झांसा दे. डीजीपी ने ट्वीट कर बताया है कि निजी जानकारी चुराने और पैसे ठगने का यह नया तरीका है.