रांचीः राजधानी रांची में कोरोना जांच के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. रांची पुलिस ने रांची रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से आने जाने वाले यात्रियों से ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश किया है. ये अपराधी कोरोना जांच के नाम पर लोगों को सुनसान जगह पर ले जाकर लूटपाट की घटना को भी अंजाम देते थे.
यह भी पढ़ेंःराजधानी में 62 लाख के गहने उड़ा ले गए चोर, गैस कटर से काट दिया जेवर दुकान का शटर
चुटिया पुलिस ने चोरी और कोरोना जांच के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में कांटाटोली के शफीउल्लाह हाशमी, नामकुम के अंतू राम और डोरंडा का अरबाज गद्दी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि रांची रेलवे स्टेशन के आस पास तीनों अपराधी घूमते रहते थे. स्टेशन से बाहर निकलने वाले यात्री को कोविड जांच के बहाने रोकते थे और फिर उनसे लूटपाट करते थे.
एलएपपी ट्रेन से कोडरमा और गया के रहने वाले नौ मजदूर मजदूरी कर रांची लौटे थे. स्टेशन से जैसे ही सभी मजदूर बाहर निकले तो अपराधियों ने पकड़ लिया और कहा कि कोरोना जांच कराना होगा और वैक्सीन भी लेनी होगी. इसके बाद अपराधियों ने मजदूरों के बैग एक जगह पर रखवा दिया. पुलिस ने बताया कि ये मजदूरों को वैक्सीन लगवाने के बहाने ले जे रहे थे. इसी दौरान सभी अपराधी गायब हो गए और उनका सारा सामान व पैसे गायब कर दिया. उन्होंने कहा कि मजदूरों की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने के साथ साथ जांच शुरू की. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाला और तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया.
चुटिया थाना प्रभारी वेंकटेश कुमार ने बताया कि आरोपी स्टेशन रोड में कई लोगों से लूट की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. उन्होंने बताया कि स्टेशन से बाहर निकलने वाले यात्रियों को शिकार बनाता था. पूछताछ से पता चला है कि आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ लूटपाट की है. इसको लेकर पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी. गिरफ्तार तीनों अपराधियों ने अपना जुर्म स्वीकार भी किया है.