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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में असली पाए गए चार नवजात के शव, जांच में जुटी पुलिस

जगन्नाथपुर मेला में नुमाइश किए जा रहे चार बच्चों के शव का पोस्टमार्टम किया गया. रिम्स के इंटरनल मेडिकल बोर्ड की ओर से किए गए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि सभी बच्चे असली थे.

रिम्स
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Published : Jul 13, 2019, 11:37 PM IST

Updated : Jul 14, 2019, 8:27 AM IST

रांची: राजधानी में लगे जगन्नाथपुर मेला में नुमाइश किए जा रहे चार बच्चों के शव का शनिवार को पोस्टमार्टम किया गया. रांची के रिम्स में इंटरनल मेडिकल बोर्ड की ओर से किए गए पोस्टमार्टम में यह पता चला कि सभी बच्चे असली थे. गिरफ्तारी के डर से बच्चों के शवों की नुमाइश करने वाले लोग उसे नकली बता रहे थे.


पोस्टमार्टम में बोर्ड ने पाया कि सभी भ्रुण बनावटी नहीं बल्कि असली थे. हालांकि सभी शव कितने पुराने थे, इसकी पूरी जानकारी नहीं मिली है. बच्चों की मौत कब और कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए सोमवार को मेडिकल बोर्ड फिर से जांच करेगी. इसके बाद ही बच्चों के मौत के कारणों का पता चल पाएगा. पुलिस ने आरोपी वकील माइटी, पिंटू माइटी और प्रभात सिंह को जेल भेज दिया है. आरोपीयों ने कोलकाता मेडिकल से शव खरीदा था.

रांची: राजधानी में लगे जगन्नाथपुर मेला में नुमाइश किए जा रहे चार बच्चों के शव का शनिवार को पोस्टमार्टम किया गया. रांची के रिम्स में इंटरनल मेडिकल बोर्ड की ओर से किए गए पोस्टमार्टम में यह पता चला कि सभी बच्चे असली थे. गिरफ्तारी के डर से बच्चों के शवों की नुमाइश करने वाले लोग उसे नकली बता रहे थे.


पोस्टमार्टम में बोर्ड ने पाया कि सभी भ्रुण बनावटी नहीं बल्कि असली थे. हालांकि सभी शव कितने पुराने थे, इसकी पूरी जानकारी नहीं मिली है. बच्चों की मौत कब और कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए सोमवार को मेडिकल बोर्ड फिर से जांच करेगी. इसके बाद ही बच्चों के मौत के कारणों का पता चल पाएगा. पुलिस ने आरोपी वकील माइटी, पिंटू माइटी और प्रभात सिंह को जेल भेज दिया है. आरोपीयों ने कोलकाता मेडिकल से शव खरीदा था.

Intro:रांची के जगन्नाथपुर मेला में नुमाइश किए जा रहे चार बच्चों के शव का शनिवार को पोस्टमार्टम किया गया। रिम्स के इंटरनल मेडिकल बोर्ड की ओर से किए गए पोस्टमार्टम में यह पता चला कि सभी बच्चे असली थे। गिरफ्तारी के डर से बच्चों के शवों की नुमाइश करने वाले लोग उसे नकली बता रहे थे।


पोस्टमार्टम में बोर्ड ने पाया कि सभी भ्रुण बनावटी नहीं बल्कि असली थे। हालांकि सभी शव कितने पुराने थे, इसकी पूरी जानकारी नहीं मिली है। बच्चों की मौत कब और कैसे हुई। इसका पता लगाने के लिए सोमवार को मेडिकल बोर्ड फिर से जांच करेगी। इसके बाद ही बच्चों के मौत के कारणों का पता चल पाएगा। इधर, पुलिस ने आरोपी वकील माइटी, पिंटू माइटी और प्रभात सिंह को जेल भेज दिया है।
Body:कोलकाता मेडिकल से खरीदा था शव

मेले में बच्चों के शवों की नुमाइश के मामले में पकड़े गए वकील माइटी, पिंटू माइटी और प्रभात सिंह से जगन्नाथपुर ने पूछताछ की। जेल भेजने से पहले हुई पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे कोलकाता मेडिकल बोर्ड से बच्चों के शवों को खरीदते हैं। उन्होंने तीनों बच्चों के शव को कॉलेज से खरीदा था। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि जिन गरीबों को ऐसे अजूबे बच्चे होते है उनसे भी वे पैसे देकर खरीद लेते हैं।

Conclusion:

वीडियो वायरल होने के बाद हुई गिरफ्तारी

शवों की नुमाइश मेले में कोलकाता के तीन लोग वकील माइटी, पिंटू माइटी और प्रभात सिंह कर रहे थे। मेले में बच्चों के शवों की नुमाइश देखने के बाद किसी व्यक्ति ने ही इनकी वीडियो बनाकर वायरल कर दी थी और पुलिस को सूचना दे दी थी। जिसके बाद पुलिस ने मेले में इसके प्रदर्शन पर 10 जुलाई को रोक लगाते हुए तीनों को गिरफ्तार किया था।

Last Updated : Jul 14, 2019, 8:27 AM IST
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