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रांची: एडवोकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष का निधन, 10 दिनों से थे बीमार - Krishna Bahadur was ill since 10 days

झारखंड हाई कोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और सीनियर अधिवक्ता कृष्ण बहादुर सिन्हा का रविवार को निधन हो गया है, पिछले 10 दिनों से वो बीमार चल रहे थे, 9 मई को निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया.

Former president of Advocate Association passed away
एडवोकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष का निधन
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Published : May 10, 2021, 5:54 PM IST

रांची: झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण बहादुर सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है. 10 दिनों से वो वर्धमान कंपाउंड स्थित घर पर ही अपना इलाज करा रहे थे. 9 मई को निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड से सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन दिलाना हमारी प्राथमिकताः हेमंत सोरेन

1973 से कर रहे थे प्रैक्टिस

पूर्व अध्यक्ष कृष्ण बहादुर सिन्हा का जन्म 15 जनवरी 1938 को हुआ था, जिन्होंने अपने करियर की शुरूआत एचईसी में कानून अधिकारी के रुप में किया था. साल 1973 में एचईसी से इस्तीफा देकर श्रम और सेवा मामले में बतौर अधिवक्ता अपनी प्रैक्टिस शुरू की. 1977 में पटना उच्च न्यायालय के रांची पीठ में अपना अभ्यास स्थानांतरित कर दिया, वह एक जाने माने वकील थे. श्रम मामले में माननीय पटना उच्च न्यायालय ने उन्हें वर्ष 1998 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया. वह अधिवक्ता संघ पटना उच्च न्यायालय रांची बेंच के अध्यक्ष भी मनोनीत किए गए.

निधन के बाद शोक

बहादुर सिन्हा अपने पीछे एक पुत्र को छोड़कर गए हैं जो झारखंड हाई कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं, उनके निधन के बाद उनके पुत्र अमिताभ सिन्हा ने शोक व्यक्त किया है.

रांची: झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण बहादुर सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है. 10 दिनों से वो वर्धमान कंपाउंड स्थित घर पर ही अपना इलाज करा रहे थे. 9 मई को निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.

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1973 से कर रहे थे प्रैक्टिस

पूर्व अध्यक्ष कृष्ण बहादुर सिन्हा का जन्म 15 जनवरी 1938 को हुआ था, जिन्होंने अपने करियर की शुरूआत एचईसी में कानून अधिकारी के रुप में किया था. साल 1973 में एचईसी से इस्तीफा देकर श्रम और सेवा मामले में बतौर अधिवक्ता अपनी प्रैक्टिस शुरू की. 1977 में पटना उच्च न्यायालय के रांची पीठ में अपना अभ्यास स्थानांतरित कर दिया, वह एक जाने माने वकील थे. श्रम मामले में माननीय पटना उच्च न्यायालय ने उन्हें वर्ष 1998 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया. वह अधिवक्ता संघ पटना उच्च न्यायालय रांची बेंच के अध्यक्ष भी मनोनीत किए गए.

निधन के बाद शोक

बहादुर सिन्हा अपने पीछे एक पुत्र को छोड़कर गए हैं जो झारखंड हाई कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं, उनके निधन के बाद उनके पुत्र अमिताभ सिन्हा ने शोक व्यक्त किया है.

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