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पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी को झारखंड हाई कोर्ट से राहत, पीड़क कार्रवाई पर रोक

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Published : Apr 19, 2022, 6:29 AM IST

Updated : Apr 19, 2022, 6:44 AM IST

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी को झारखंड हाई कोर्ट से राहत मिली है. अदालत ने पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी है. उनपर यौन शोषण दुष्कर्म समेत चाइल्ड लेबर का आरोप है.

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सुनील कुमार

रांचीः झारखंड हाई कोर्ट से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी को राहत मिली है. सुनील तिवारी की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने उन्हें राहत दी है. सुनील तिवारी के खिलाफ किसी भी तरह की पीड़क कार्रवाई पर कोर्ट ने रोक लगा दी है. आरोपी सुनील तिवारी बाल श्रम कराने का आरोप लगा है. इसको लेकर पिछले साल ही युवती की ओर से अरगोड़ा थाना में यौन शोषण और दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया गया था.

इसे भी पढ़ें- बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी को मिली जमानत, दो शर्तों का करना होगा पालन

पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी की याचिका पर हाई कोर्ट ने न्यायाधीश जस्टिस नवनीत कुमार की कोर्ट में सुनवाई हुई. प्रार्थी की ओर से हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता आरएस मजुमदार और रोहन मजुमदार ने अदालत में पक्ष रखा. अरगोड़ा थाना में कांड संख्या 255/21 दर्ज किया गया था, जिसमें चाइल्ड लेबर का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद इसी केस में ST-SC की धाराएं भी जोड़ी गई थीं.

जानकारी देते अधिवक्ता

आरोप लगाने वाली युवती के परिजनों के द्वारा इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट में हैवियस कॉरपस भी दायर की गई थी. इतना ही नहीं इस प्रकरण के सामने आने के बाद भाजपा के कई नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की थी. इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई तरह की बयानबाजी भी हुई थी. यह मामला उस वक्त काफी चर्चा में रहा था. युवती के आवेदन पर अरगोड़ा थाना में कांड संख्या 229/2021 दर्ज किया जा चुका है. जिसमें आईपीसी की धारा 376(1), 354a, 354b, 354d, 504 और एससी-एसटी एक्ट की धारा 3 (2) (va) लगायी गयी है.

रांचीः झारखंड हाई कोर्ट से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी को राहत मिली है. सुनील तिवारी की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने उन्हें राहत दी है. सुनील तिवारी के खिलाफ किसी भी तरह की पीड़क कार्रवाई पर कोर्ट ने रोक लगा दी है. आरोपी सुनील तिवारी बाल श्रम कराने का आरोप लगा है. इसको लेकर पिछले साल ही युवती की ओर से अरगोड़ा थाना में यौन शोषण और दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया गया था.

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पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी की याचिका पर हाई कोर्ट ने न्यायाधीश जस्टिस नवनीत कुमार की कोर्ट में सुनवाई हुई. प्रार्थी की ओर से हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता आरएस मजुमदार और रोहन मजुमदार ने अदालत में पक्ष रखा. अरगोड़ा थाना में कांड संख्या 255/21 दर्ज किया गया था, जिसमें चाइल्ड लेबर का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद इसी केस में ST-SC की धाराएं भी जोड़ी गई थीं.

जानकारी देते अधिवक्ता

आरोप लगाने वाली युवती के परिजनों के द्वारा इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट में हैवियस कॉरपस भी दायर की गई थी. इतना ही नहीं इस प्रकरण के सामने आने के बाद भाजपा के कई नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की थी. इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई तरह की बयानबाजी भी हुई थी. यह मामला उस वक्त काफी चर्चा में रहा था. युवती के आवेदन पर अरगोड़ा थाना में कांड संख्या 229/2021 दर्ज किया जा चुका है. जिसमें आईपीसी की धारा 376(1), 354a, 354b, 354d, 504 और एससी-एसटी एक्ट की धारा 3 (2) (va) लगायी गयी है.

Last Updated : Apr 19, 2022, 6:44 AM IST
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