बक्सर: बिहार के बक्सर में अहिल्या के उद्धार स्थली अहिरौली में सनातन संस्कृति समागम (Sanatan Sanskriti Samagam in Ahiroli) की शाम सांस्कृतिक साहित्यिक कार्यक्रम में पवन सिंह को देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ी हुई थी. बक्सर जिले का अलावा रोहतास, कैमूर, भोजपुर और यूपी के गाजीपुर और बलिया जिले से दर्शक पहुंचे हुए थे, लेकिन जैसे ही पता चला कि पवन सिंह नहीं आ रहे हैं, तो फैंस आक्रोशित हो गये. कुछ लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, तो कुछ नारेबाजी करते दिखे.
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सनातन संस्कृति समागम में नहीं पहुंचे पवन सिंह: पवन सिंह के नहीं आने से भीड़ आक्रोशित होकर बेकाबू हो गई. इसे देख केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मंच पर चढ़कर सुरक्षा कर्मियो से लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराने और बल प्रयोग नहीं करने का अनाउंस करते रहें. काफी समय गुजर जाने के बाद दूसरे जिले से आए हुए दर्शक निराश होकर घर चले गए.
झूठ बोलकर गुमराह करने का आरोप: सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के लिए बिहार के अलग-अलग जिले से हजारों की संख्या में पहुंचे दर्शकों ने सनातन सांस्कृतिक समागम के आयोजक पर झूठा प्रचार कर लोगों को गुमराह कर भीड़ जुटाने का आरोप लगाया. गुस्साए लोगों ने कहा कि 'इस समागम में भीड़ जुटाने के लिए पोस्टर, बैनर के अलावा सोशल मीडिया के जरिए झूठा प्रचार प्रसार किया गया था. जितने भी बड़े गायक हैं, उनके नाम का इस्तेमाल किया गया था.
दर्शकों ने आयोजक पर लगाया आरोप: दर्शकों ने कहा कि इस कार्यक्रम में मनोज तिवारी, रवि किशन, पवन सिंह, खेसारी लाल यादव, दिनेश लाल यादव, उर्फ निरहुआ से लेकर कई बड़े कलाकारों का नाम का प्रचार-प्रसार किया गया था, लेकिन इसमें से एक भी कलाकार इस सनातन सांस्कृतिक समागम के मंच पर नहीं आए. प्रत्येक दिन फैन्स आते हैं, उसके बाद यह कह दिया जाता है कि किसी कारण बस उक्त कलाकार मंच पर उपस्थित नहीं हो पाएंगे, जो जनता और फैंस के साथ एक छलावा है.
7 से 15 नवंबर तक सनातन सांस्कृतिक समागम: आपको बताते चलें कि अहिल्या के उद्धार स्थली अहिरौली में 7 नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक चलने वाले सनातन सांस्कृतिक समागम में, 7 नवंबर को भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव, 12 नवंबर को मनोज तिवारी, 10 नवंबर को दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, 14 नवंबर को पवन सिंह के आने की सूचना दी गई थी. लेकिन इसमें से एक भी कलाकार मंच पर नहीं पहुंचे, जिसको लेकर दूसरे दूसरे जिले से आने वाले फैंस काफी मायूस दिखे और सनातन सांस्कृतिक समागम के आयोजक पर झूठा प्रचार प्रसार कर भीड़ जुटाने का आरोप लगाया.