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पिता के अंतिम संस्कार के लिए जेल से बाहर आया गैंगस्टर अनिल शर्मा, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ स्वर्णरेखा घाट

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Published : Apr 15, 2019, 11:32 PM IST

कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा अपने पिता नंदेश शर्मा के अंतिम संस्कार में भाग लेने स्वर्णरेखा तट पहुंचा. अंतिम संस्कार में भाग लेने के बाद अनिल शर्मा को वापस सुरक्षा के बीच दुमका जेल भेज दिया.

पिता के अंतिम संस्कार के लिए जेल से बाहर आया गैंगस्टर अनिल शर्मा

रांचीः झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा अपने पिता के अंतिम संस्कार करने दुमका जेल से रांची पहुंचा. अनिल शर्मा को भारी सुरक्षा के बीच दुमका से रांची लाया गया. जहां उसने बड़े बेटे होने के नाते अपने पिता को मुखाग्नि दी. कुख्यात अनिल शर्मा पिछले 20 सालों से जेल में बंद है.

कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा के पिता नंदेश शर्मा का रांची के स्वर्णरेखा तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा को डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारी की अगुवाई में भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच जेल से सीधे घाट लाया गया. अनिल शर्मा के रांची आने के बाद पूरा स्वर्णरेखा घाट पुलिस छावनी में तब्दील हो गई.

सामाजिक मान्यता के अनुसार पिता को बड़े पुत्र द्वारा मुखाग्नि देने की परंपरा है. इसी वजह से अनिल शर्मा को पिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए जेल से लाया गया था. अंतिम संस्कार के बाद अनिल शर्मा को वापस सुरक्षा के बीच दुमका जेल भेज दिया.

जेल में रहने के बाद भी था सक्रिय

साल 2017 में झारखंड के डीजीपी डीके पांडे ने रांची एसएसपी, रामगढ़ और हजारीबाग के एसपी को पत्र लिखकर अनिल शर्मा समेत चार अपराधियों के जेल में रहने के बावजूद सक्रिय रहने की बात कही थी. जिसके बाद अनिल शर्मा को हजारीबाग से दुमका जेल भेजने का आदेश दिया गया था.

ये भी पढ़ें- अनोखी होती है हजारीबाग की रामनवमी, भव्य झांकियों के साथ निकले जुलूस में उमड़ा जनसैलाब

दर्जनों मामले दर्ज हैं इस गैंगस्टर पर

झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा पिछले 20 सालों से जेल में बंद है. झारखंड में अनिल शर्मा के खिलाफ कई थानों में हत्या और आर्म्स एक्ट के दर्जनों मामले दर्ज है. रांची जेल में रहते हुए अनिल शर्मा ने अपने प्रतिद्वंदी भोमा सिंह की जेल में ही गला काटकर हत्या कर दी थी.

पटना के सचिवालय थाना में 1992 में अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था. वहीं, बेगूसराय के टेलड़ा थाना में भी हत्या संबंधित एक मामला दर्ज है. इसके अलावा वैशाली और हाजीपुर में भी अनिल शर्मा के ऊपर हत्याकांड के मामले दर्ज हैं. रांची के लोअर बाजार, बरियातू , चुटिया, सुखदेवनगर, डोरंडा, जग्गनाथपुर और हिंदपीढ़ी मे भी अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या की साजिश, आर्म्स एक्ट और हत्या के मामले दर्ज हैं.

रांचीः झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा अपने पिता के अंतिम संस्कार करने दुमका जेल से रांची पहुंचा. अनिल शर्मा को भारी सुरक्षा के बीच दुमका से रांची लाया गया. जहां उसने बड़े बेटे होने के नाते अपने पिता को मुखाग्नि दी. कुख्यात अनिल शर्मा पिछले 20 सालों से जेल में बंद है.

कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा के पिता नंदेश शर्मा का रांची के स्वर्णरेखा तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा को डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारी की अगुवाई में भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच जेल से सीधे घाट लाया गया. अनिल शर्मा के रांची आने के बाद पूरा स्वर्णरेखा घाट पुलिस छावनी में तब्दील हो गई.

सामाजिक मान्यता के अनुसार पिता को बड़े पुत्र द्वारा मुखाग्नि देने की परंपरा है. इसी वजह से अनिल शर्मा को पिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए जेल से लाया गया था. अंतिम संस्कार के बाद अनिल शर्मा को वापस सुरक्षा के बीच दुमका जेल भेज दिया.

जेल में रहने के बाद भी था सक्रिय

साल 2017 में झारखंड के डीजीपी डीके पांडे ने रांची एसएसपी, रामगढ़ और हजारीबाग के एसपी को पत्र लिखकर अनिल शर्मा समेत चार अपराधियों के जेल में रहने के बावजूद सक्रिय रहने की बात कही थी. जिसके बाद अनिल शर्मा को हजारीबाग से दुमका जेल भेजने का आदेश दिया गया था.

ये भी पढ़ें- अनोखी होती है हजारीबाग की रामनवमी, भव्य झांकियों के साथ निकले जुलूस में उमड़ा जनसैलाब

दर्जनों मामले दर्ज हैं इस गैंगस्टर पर

झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा पिछले 20 सालों से जेल में बंद है. झारखंड में अनिल शर्मा के खिलाफ कई थानों में हत्या और आर्म्स एक्ट के दर्जनों मामले दर्ज है. रांची जेल में रहते हुए अनिल शर्मा ने अपने प्रतिद्वंदी भोमा सिंह की जेल में ही गला काटकर हत्या कर दी थी.

पटना के सचिवालय थाना में 1992 में अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था. वहीं, बेगूसराय के टेलड़ा थाना में भी हत्या संबंधित एक मामला दर्ज है. इसके अलावा वैशाली और हाजीपुर में भी अनिल शर्मा के ऊपर हत्याकांड के मामले दर्ज हैं. रांची के लोअर बाजार, बरियातू , चुटिया, सुखदेवनगर, डोरंडा, जग्गनाथपुर और हिंदपीढ़ी मे भी अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या की साजिश, आर्म्स एक्ट और हत्या के मामले दर्ज हैं.

Intro:झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा अपने पिता के अंतिम संस्कार करने के लिए सोमवार को दुमका जेल से रांची पहुंचा। अनिल शर्मा को भारी सुरक्षा के बीच दुमका से रांची लाया गया जहां उसने बड़े बेटे होने के नाते अपने पिता को मुखाग्नि दी। कुख्यात अनिल शर्मा पिछले 20 सालों से जेल में बंद है।

छोटा भाई भाजपा महानगर उपाध्यक्ष

भाजपा महानगर के उपाध्यक्ष सुनील शर्मा के पिता नंदेश शर्मा का रांची के स्वर्णरेखा तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले दुमका जेल में सजा काट रहे नंदेश शर्मा के बड़े बेटे कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा को डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच उनका जेल से सीधे साधे का घाट लाया गया। अनिल शर्मा के रांची आने की वजह से पूरे स्वर्णरेखा घाट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सामाजिक मान्यता के अनुसार पिता को बड़े पुत्र द्वारा मुखाग्नि देने की परंपरा है। इसी वजह से अनिल शर्मा को पिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए जेल से लाया गया था। अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने अनिल शर्मा को वापस सुरक्षा के बीच दुमका जेल भेज दिया।

24 जुलाई 2017 को हजारीबाग से दुमका जेल में हुआ था शिफ्ट

9 जुलाई 2017 को झारखंड के डीजीपी डी के पांडे ने रांची एसएसपी ,रामगढ़ और हजारीबाग के एसपी को पत्र लिखकर अनिल शर्मा समेत चार अपराधियों पर शिकंजा कसने का आदेश दिया था। डीजीपी के भेजे हुए पत्र में जिक्र किया गया था कि हजारीबाग जेल में बंद रहने के बावजूद अनिल शर्मा सक्रिय है। ऐसे में अनिल शर्मा को हजारीबाग से दुमका जेल भेजने का आदेश दिया गया था। जिसके बाद अनिल शर्मा को 24 जुलाई 2017 को हजारीबाग जेल से दुमका जेल शिफ्ट कर दिया गया था।

दर्जनों मामले दर्ज हैं गैंगस्टर पर

झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अनिल शर्मा पिछले 20 वर्षों से जेल में बंद है ।झारखंड में अनिल शर्मा के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या और आर्म्स एक्ट के दर्जनों मामले दर्ज है। रांची जेल में रहते हुए अनिल शर्मा ने अपने प्रतिद्वंदी भोमा सिंह की जेल में ही गला काटकर हत्या कर दी थी। अनिल शर्मा के खिलाफ बिहार के अलग-अलग स्थानों में 5 मामले दर्ज हैं जिनमें अधिकांश हत्या के हैं।

बिहार - झारखंड में दर्ज है कई मामले
पटना के सचिवालय थाना में 3 अक्टूबर 1992 को अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था।वहीं बेगूसराय के टेलड़ा थाना में भी हत्या संबंधित एक मामला दर्ज है। इसके अलावा वैशाली और हाजीपुर में भी अनिल शर्मा के ऊपर हत्याकांड के मामले दर्ज हैं। रांची के लोअर बाजार, बरियातू ,चुटिया, सुखदेवनगर , डोरंडा ,जग्गनाथपुर और हिंदपीढ़ी मे भी अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या की साजिश, आर्म्स एक्ट और हत्या के मामले दर्ज हैं।





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