रांची: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे झारखंड के छात्रों और कामगारों की सकुशल वापसी को लेकर झारखंड सरकार चिंतित है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद पल पल का अपडेट ले रहे हैं. मुख्यमंत्री खुद विदेश मंत्रालय के संपर्क में है. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर की तरफ से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजा गया है.
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उन्होंने लिखा है कि मैं समझ सकता हूं कि यूक्रेन में फंसे लोगों के परिजन आपसे संपर्क स्थापित कर अलग अलग तरह की अपनी चिंताएं जाहिर कर रहे होंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए विदेश मंत्रालय ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जिस पर लोग संपर्क कर अपनी समस्या बता सकते हैं. हेल्पलाइन नंबर है 1800118797, 011-23012213/23014104/ 23017905.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने पत्र में जिक्र किया है कि अपनी अपनी जरूरत के हिसाब से यूक्रेन में फंसे लोग रोमानिया, पोलैंड, हंगरी और स्लोवाकिया की सीमा की तरफ बढ़ रहे हैं. उसे ध्यान में रखते हुए चारों देशों के एंबेसी का नंबर भी जारी किया गया है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात का भी जिक्र किया है कि अगर मुख्यमंत्री को लगे कि उन्हें कोई खास जानकारी विदेश मंत्रालय से साझा करना जरूरी है तो वह उनके ऑफिस से ई-मेल के जरिए सीधा संपर्क स्थापित कर सकते हैं. साथ ही व्हाट्सएप नंबर पर भी सूचना साझा कर सकते हैं. विदेश मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि एमईए की एक विशेष टीम हर इंक्वायरी को संज्ञान में लेकर काम कर रही है.
आपको बता दें कि यूक्रेन में झारखंड के दर्जनों छात्र और कामगार फंसे हुए हैं. परिजनों की चिंता को देखते हुए राज्य सरकार की तरफ से एक हेल्पलाइन डेस्क स्थापित किया गया है . यहां झारखंड के लोग संपर्क कर अपनी समस्याएं बता रहे हैं.