रांची: नई शिक्षा नीति को लेकर देशभर में चर्चाएं जारी है. झारखंड के विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में इस नीति को लागू करने के लिए मंथन की जा रही है. राज्यपाल सह विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति रमेश बैस ने भी तमाम विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति के तहत ढलने को लेकर तैयारी करने का निर्देश दिया है.
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झारखंड को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से काफी लाभ मिलेगा, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं. झारखंड में कई जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाएं हैं. इस राज्य में इन भाषाओं को लेकर विद्यार्थी अध्ययनरत भी हैं. नई शिक्षा नीति में ऐसे कई प्रावधान हैं जिसमें जनजातीय भाषा को लेकर उच्च शिक्षा तक हासिल कर रोजगार का मार्ग तय किया जा सकता हैं. वहीं इस नीति में और भी कई ऐसे पहलू जोड़े गए हैं. जिससे विद्यार्थियों और शिक्षण संस्थानों को सीधा सीधा फायदा मिलेगा.