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रांची: झारखंड सरकार के टोल फ्री नंबर 181 पर हो रहा शिकायतों का निष्पादन, जरूरतमंदों तक पहुंच रही मदद

झारखंड सरकार के टोल फ्री नंबर 181 पर शिकायतों का त्वरित निष्पादन किया जा रहा है. लॉकडाउन में फंसे मजदूरों तक राशन पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

झारखंड सरकार के टोल फ्री नम्बर 181 पर हो रही शिकायतों का निष्पादन
झारखंड सरकार के टोल फ्री नम्बर 181 पर हो रही शिकायतों का निष्पादन
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Published : Apr 23, 2020, 7:36 PM IST

रांची: जिले में राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण केंद्र में कोविड -19 से संबंधित किसी भी तरह की सहायता के लिए टॉल फ्री नम्बर 181 पर सम्पर्क किया जा रहा है. नियंत्रण केंद्र में अब तक कुल 67,818 कॉल आए. जिसमें 42,092 कॉल्स कोरोना से संबंधित है.इनमें 20,405 मामलों का नियंत्रण केंद्र में ही निष्पादिन किया जा चुका है.

मामलों को भेजा जायेगा संबंधित जिलों में

21,687 मामले की कार्रवाई हेतु संबंधित जिलों एवं विभागों को भेज गया है. शेष बचे मामलों पर हर संभव कार्रवाई की जा रही है. नियंत्रण केंद्र में खाद्य आपूर्ति से संबंधित 10,982, विधि व्यवस्था से संबंधित 1,011, चिकित्सा से संबंधित 1,135, झारखंड में फंसे व्यक्ति से संबंधित 1,179 एवं अन्य 1,861 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है.

ये भी पढ़ें- गढ़वा में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप, सील किये गए 2 मुहल्ले


मजदूरों की मदद
पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी तहीदुल इस्लाम एवं अन्य 9 लोग रांची स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत केएमवी, धुर्वा में मजदूरी करने आए थे. लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से इन्हें खाद्यान्न की समस्या होने लगी. इन्होंने 181 पर संपर्क किया जिसपर नियंत्रण केंद्र द्वारा तत्काल जिला आपूर्ति पदाधिकारी को सूचित किया गया. उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 4 घंटे में ही इन मजदूरों तक राशन उपलब्ध कराया.

ये भी पढ़ें- झारखंड में थूका तो होगी 6 महीने की सजा, तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध

राज्य में कोई भूखा न रहे
लॉक डाउन के दौरान राज्य में भूखा न रहे इसलिए झारखंड सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों तक भोजन और खाद्य सामग्री पहुँचाने का काम कर रही है. खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा लोगों तक विभिन्न योजनाओं के तहत राशन एवं खाना पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है. विभाग के आंकड़ो के अनुसार अब तक 1,83,031 लोगों तक अनाज पहुंचा दिया गया है. वहीं नन पीडीएस के तहत 2,41,819 लोगों तक अनाज उपलब्ध करा दिया गया है.

ये भी पढ़ें-साइबर अपरधियों की नई चाल, फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बना मांगे जा रहे मदद के नाम पर पैसे

दस लाख लोगों को कराया जा चुका है भोजन

दाल भात के विभिन्न योजनाओं में अब तक 98,65,820 लोगों को खाना खिलाया गया है. सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न राहत कैम्पों में 2,13,617 प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया जा रहा है. एनजीओ एवं वॉलिंटियर्स के विभिन्न टीमों द्वारा राज्य में विभिन्न जगहों पर 36,81,642 लोगों को खाना खिलाया जा चुका है. साथ ही आकस्मिक राहत पैकेट का वितरण भी जरूरतमंदों के बीच किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- धनबाद से नालंदा की शेखाना मस्जिद का कोरोना कनेक्शन, तबलीगी जलसे में शामिल 12 जमातियों की तालाश

राज्य के बाहर फंसे लोगों की सहायता का प्रयास
अन्य इलाकों में फंसे झारखंड के लोगों की सहायता के लिए श्रम विभाग द्वारा जारी किए गए. टॉल फ्री नम्बर्स पर अबतक 31,776 कॉल्स प्राप्त हुए हैं. जिसमें राज्य के बाहर 9,33,505 लोगों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है. इनमें 13,642 जगहों पर 6,33,123 प्रवासी मजदूरों के फंसे होने की जानकारी प्राप्त हुई है. अब तक सरकार द्वारा 12,870 जगहों पर फंसे 4,86,373 मजदूरों के खाने एवं रहने की व्यवस्था की गयी है। सभी लोगों के संबंध में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि उन तक हर स्तर से मदद पहुंचाई जा सके.

रांची: जिले में राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण केंद्र में कोविड -19 से संबंधित किसी भी तरह की सहायता के लिए टॉल फ्री नम्बर 181 पर सम्पर्क किया जा रहा है. नियंत्रण केंद्र में अब तक कुल 67,818 कॉल आए. जिसमें 42,092 कॉल्स कोरोना से संबंधित है.इनमें 20,405 मामलों का नियंत्रण केंद्र में ही निष्पादिन किया जा चुका है.

मामलों को भेजा जायेगा संबंधित जिलों में

21,687 मामले की कार्रवाई हेतु संबंधित जिलों एवं विभागों को भेज गया है. शेष बचे मामलों पर हर संभव कार्रवाई की जा रही है. नियंत्रण केंद्र में खाद्य आपूर्ति से संबंधित 10,982, विधि व्यवस्था से संबंधित 1,011, चिकित्सा से संबंधित 1,135, झारखंड में फंसे व्यक्ति से संबंधित 1,179 एवं अन्य 1,861 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है.

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मजदूरों की मदद
पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी तहीदुल इस्लाम एवं अन्य 9 लोग रांची स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत केएमवी, धुर्वा में मजदूरी करने आए थे. लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से इन्हें खाद्यान्न की समस्या होने लगी. इन्होंने 181 पर संपर्क किया जिसपर नियंत्रण केंद्र द्वारा तत्काल जिला आपूर्ति पदाधिकारी को सूचित किया गया. उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 4 घंटे में ही इन मजदूरों तक राशन उपलब्ध कराया.

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राज्य में कोई भूखा न रहे
लॉक डाउन के दौरान राज्य में भूखा न रहे इसलिए झारखंड सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों तक भोजन और खाद्य सामग्री पहुँचाने का काम कर रही है. खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा लोगों तक विभिन्न योजनाओं के तहत राशन एवं खाना पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है. विभाग के आंकड़ो के अनुसार अब तक 1,83,031 लोगों तक अनाज पहुंचा दिया गया है. वहीं नन पीडीएस के तहत 2,41,819 लोगों तक अनाज उपलब्ध करा दिया गया है.

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दस लाख लोगों को कराया जा चुका है भोजन

दाल भात के विभिन्न योजनाओं में अब तक 98,65,820 लोगों को खाना खिलाया गया है. सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न राहत कैम्पों में 2,13,617 प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया जा रहा है. एनजीओ एवं वॉलिंटियर्स के विभिन्न टीमों द्वारा राज्य में विभिन्न जगहों पर 36,81,642 लोगों को खाना खिलाया जा चुका है. साथ ही आकस्मिक राहत पैकेट का वितरण भी जरूरतमंदों के बीच किया जा रहा है.

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