रांचीः अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की ओर से सहयोग प्राप्त प्रेझा फाउंडेशन की ओर से संचालित नर्सिंग कौशल कॉलेज चान्हो की छात्राओं ने जेएनआरसी की ओर से आयोजित परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. इन छात्राओं का 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम आया है.
प्रेझा फाउंडेशन का गठन
कौशल विकास को विशेष बल देने के उद्देश्य से कल्याण विभाग ने वर्ष 2016 में विशेष प्रयोजन वाहिनी के रूप में प्रेझा फाउंडेशन का गठन किया है. इस फाउंडेशन में अधिकतर पदाधिकारी और कार्यकारी सदस्य आईआईटीएन है. झारखंड के युवाओं का कौशल विकास करते हुए 100 फीसदी नियोजित करने के लिए फाउंडेशन की ओर से झारखंड के 22 जिलों में कुल 28 कल्याण गुरुकुल की स्थापना की गई है. यह गुरुकुल आज मेट्रो झारखंड के युवा विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षित होकर देश के कई राज्यों और विदेश में भी कार्यरत हैं.
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छात्राएं डिस्टिंक्शन से पास
झारखंड के लड़कियों को और भी ज्यादा सशक्त और रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से नौ नर्सिंग कौशल कॉलेज, एक आईटीआई कॉलेज, एक कुलिनरी कौशल कॉलेज का संचालन किया जा रहा है. इन कौशल कॉलेज में वंचित समुदाय, विशेषकर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग के छात्राएं अध्ययनरत है. नर्सिंग पाठ्यक्रम के 2 वर्ष पूरे होने के बाद झारखंड नर्सेज रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा अगस्त 2020 में परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें चान्हो नर्सिंग कॉलेज की कुल 111 छात्राओं ने हिस्सा लिया. जेएनआरसी की ओर से 8 अक्टूबर 2020 को इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया. घोषित परीक्षा फल के अनुसार चान्हो नर्सिंग कॉलेज की सभी 111 छात्राएं डिस्टिंक्शन से उतीर्ण हुई है.
मुख्यमंत्री ने दिया था नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन 111 छात्राओं को नियुक्ति पत्र प्रदान देकर सम्मानित किया. हाल ही में प्रेझा फाउंडेशन की ओर से झारखंड में कुल 3 अत्याधुनिक कोविड-19 लैब की भी स्थापना की गई है. इस वर्ष दो और नर्सिंग कॉलेज लातेहार और जामताड़ा में व्यवस्थित किया जा रहा है.