रांची: झारखंड में आम लोग पावर कट की वजह से परेशान हैं. वहीं बिजली विभाग के कर्मचारी अपने ही विभाग की लापरवाही से परेशान नजर आ रहे हैं. इन सबको देखते हुए मंगलवार को झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ की ओर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों के द्वारा कुसई कॉलोनी बिजली ऑफिस के जीएम कार्यालय का करीब 2 घंटे तक घेराव किया गया.
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जीएम कार्यालय का घेराव करने से पहले कुसई कॉलोनी के मुख्य गेट पर सैकड़ों की संख्या में रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा और खूंटी के बिजली कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मार्च किया. उनकी 13 सूत्री मांग है, जिसमें मुख्य मांग बिजली विभाग में एजेंसी प्रथा को समाप्त किया जाना और परमानेंट नियुक्ति में प्राथमिकता तय करना है. इसके अलावा कर्मचारियों की मांग है कि विद्युत कर्मियों के एरियर के भुगतान में बढ़ोतरी की जाए.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अजय राय ने कहा कि 2017 के एक आदेश की वजह से आउटसोर्सिंग कंपनियों ने अवैध तरीके से ऊर्जा निगम से लगभग 80 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में कमा लिया है. बॉम्बे सब डिवीजन के साड़म विद्युत शक्ति उप केंद्र में बिना किसी कारण ही एक वर्ष का काम लेकर मात्र पांच महीने का भुगतान करते हुए दीपक कुमार साहू, अनमोल बारला और अरुण केरकेट्टा को निकाल दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने सभी को फिर से काम पर रखने की मांग की है.
करीब तीन चार घंटे तक विरोध प्रदर्शन किए जाने के बाद ऊर्जा विभाग के महाप्रबंधक पी के श्रीवास्तव ने श्रमिक संघ के लोगों से बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सभी जायज मांगों को सरकार के समक्ष रखा जाएगा. उसे पूरा करने का हर संभव प्रयास भी किया जाएगा.