रांची: शहरी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग सोसायटी में कैंप लगाएगा (Election Commission Camp In Ranchi). इसी के साथ निर्वाचन आयोग ने नौ नवंबर से 8 दिसंबर तक मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि पहले सप्ताह में यानी 9 नवंबर से 15 नवंबर तक शहरी क्षेत्र के सभी अपार्टमेंट और सोसाइटी में साप्ताहिक कैंप लगाया जाएगा. इसके माध्यम से वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने के साथ-साथ किसी भी तरह की अशुद्धि को दुरुस्त कराया जा सकेगा. इसके बाद पांच जनवरी को नई वोटर लिस्ट का प्रकाशन होगा.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि 16 नवंबर से 22 नवंबर तक सभी सरकारी गैर सरकारी प्लस टू स्कूलों में कैंप लगाया जाएगा. इन स्कूलों में कैंप लगाकर 18 वर्ष पूरा करने वाले छात्र छात्राओं का वोटर लिस्ट में नाम दर्ज किया जाएगा. वहीं, तीसरे सप्ताह में यानी 23 नवंबर से 29 नवंबर तक सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय में कैंप लगाकर युवाओं को वोटर बनाया जाएगा.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि इस वर्ष भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए 5 मानक तय किए गए हैं, जिसमें शुद्धता, समावेश, पारदर्शिता, सहभागिता एवं तकनीकी सक्षमता शामिल है. के रवि कुमार ने कहा की मतदाता सूची की शुद्धता भारत निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता में है, जिसके तहत वोटर लिस्ट में दर्ज मतदाता का नाम, पता, आयु एवं अन्य जानकारी शुद्ध रहे और डुप्लीकेट नामों से बचा जाए.
राज्य में हैं 2 करोड़ 39 लाख 89 हजार 195 मतदाता: नए वोटर लिस्ट का प्रकाशन 5 जनवरी 2023 को होगा, जिसको लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में मतदाताओं की संख्या वर्तमान में 2 करोड़ 39 लाख 89 हजार 195 मतदाता है, जबकि अनुमानित जनसंख्या 4 करोड़ 14 लाख 71 हजार 111 है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि आयोग का लक्ष्य है कि महिला पुरुष अनुपात की तलना में मतदाता जनसंख्या अनुपात हो.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि राज्य में आधार कार्ड से वोटर को लिंक करने का काम तेजी से हो रहा है और अभी 68% सफलता मिली है.उन्होंने कहा कि रांची, धनबाद, जमशेदपुर जैसे राज्य के ऐसे शहर जहां मतदान कम होता है. इसको लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है, जिससे लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के साथ साथ कारणों को जाना जाय.
इसकी शुरुआत धनबाद से होगी फिर दुमका में कार्यक्रम होगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग समय के साथ नये नये टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे एक से अधिक स्थानों पर नाम होने से वोटर की जानकारी मिल जाएगी और उनका नाम हटा दिया जाएगा. आयोग के सॉफ्टवेयर मतदाता के फोटो या नाम और जन्मतिथि से इसे बड़े ही सहज ढंग से पता कर लेता है.