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Jharkhand News: मणिपुर में फंसे झारखंड के लोगों को लाने की कोशिशें जारी, पर कितने फंसे-श्रम विभाग को नहीं है जानकारी - श्रम विभाग के संयुक्त आयुक्त राजेश प्रसाद

मणिपुर से झारखंड के 21 छात्रों को बिहार सरकार की मदद से पटना लाया गया है. पटना से झारखंड सरकार के प्रयास से छात्रों को उनके घर तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है. इन सब के बीच अभी मणिपुर में झारखंड के कई और लोगों के फंसे रहने की बात सामने आ रही है, जिसमें कई मजदूर भी शामिल हैं, लेकिन इस संबंध में झारखंड के श्रम विभाग के पास कोई सटीक आंकड़ा नहीं है.

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People Of Jharkhand Stranded In Manipur
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Published : May 9, 2023, 7:15 PM IST

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रांची: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा के बीच वहां फंसे झारखंडियों की घर वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन झारखंड सरकार और श्रम विभाग को यह पता ही नहीं है कि झारखंड के कितने लोग अभी मणिपुर में फंसे हुए हैं. पहले झारखंड के 34 लोगों के मणिपुर में फंसे रहने की सूचना थी. जिसमें से झारखंड के कुल 21 लोगों को बिहार सरकार की मदद से मणिपुर से पटना से लाया गया है. जहां पटना से झारखंड सरकार बस के माध्यम से लोगों को झारखंड ला रही है.

ये भी पढे़ं-Bokaro News: मणिपुर में फंसे बोकारो के अंकित कुमार समेत कई छात्र, परिजनों ने सरकार से की मदद की मांग

झारखंड सरकार के पास नहीं है सटीक आंकड़ाः इन सब के बीच झारखंड के और लोगों के मणिपुर में फंसे रहने की बात निकल कर सामने आ रही है, लेकिन झारखंड सरकार के पास अब तक कोई सटीक आंकड़ा नहीं है कि आखिर झारखंड के कितने लोग अभी भी मणिपुर में फंसे हुए हैं. इस संबंध में झारखंड के श्रम विभाग की ओर से राज्य के सभी जिलों के डीसी से संपर्क साध कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं उनके जिले का कोई व्यक्ति तो मणिपुर में नहीं फंसा है, ताकि विभाग को सटीक आंकड़ा उपलब्ध हो सके.

छात्रों के अलावा कई मजदूर भी मणिपुर में फंसे हैंः वहीं मणिपुर में छात्रों के अलावा मजदूरों के भी फंसे रहने की बात निकल कर सामने आ रही है. बताया जाता है कि झारखंड के कई मजदूर मणिपुर में मजदूरी करते हैं और हिंसा के बीच वहां फंसे हुए हैं. लेकिन झारखंड सरकार के अधिकारियों ने इससे अनभिज्ञता जाहिर की है. उनका कहना है कि अभी विभाग के पास मणिपुर में झारखंड के श्रमिकों के फंसे रहने की कोई जानकारी नहीं है. जानकारी मिलने पर मजदूरों को लाने की पहल की जाएगी.

पटना से बसों और ट्रेनों से छात्रों को उनके गृह जिले में भेजा जा रहा हैः इन सब के बीच झारखंड श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी लगातार मणिपुर में फंसे छात्रों के संपर्क में बने हुए हैं. श्रम विभाग के संयुक्त आयुक्त राजेश प्रसाद ने बताया कि मणिपुर से पटना पहुंचे छात्रों को बस और ट्रेनों के माध्यम से उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है. गृह जिला भेजने से पहले झारखंड श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारी उनके अभिभावकों से भी संपर्क कर रहे हैं, ताकि लोग सुरक्षित रूप से गंतव्य स्थान तक पहुंच सकें. वहीं मणिपुर में फंसे झारखंड के छात्रों को लाने के लिए आदिवासी संगठन के लोग भी प्रयास कर रहे है.

मणिपुर में फंसे झारखंड के लोगों को राहत पहुंचाने की मांग कीः इस संबंध में अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता मोनालिसा लकड़ा ने कहा कि मणिपुर में कई ऐसे छात्र फंसे हैं जो वहां डर से पानी तक नहीं पी रहे हैं. क्योंकि कई छात्रों को आशंक है कि शायद पानी में जहर मिला दिया गया है. छात्रों के इस परेशानी को देखते हुए उन्होंने झारखंड सरकार के श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारियों से संपर्क कर फंसे छात्रों और मजदूरों को राहत पहुंचाने की मांग की है.

मजदूरों के फंसने की जानकारी नहींः इस संबंध में श्रम विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर राजेश प्रसाद ने कहा कि फिलहाल मजदूरों के फंसने की कोई जानकारी नहीं है. छात्रों की जानकारी मिलने के बाद तुरंत ही उन्हें रांची लाने का काम किया जा रहा है.

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रांची: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा के बीच वहां फंसे झारखंडियों की घर वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन झारखंड सरकार और श्रम विभाग को यह पता ही नहीं है कि झारखंड के कितने लोग अभी मणिपुर में फंसे हुए हैं. पहले झारखंड के 34 लोगों के मणिपुर में फंसे रहने की सूचना थी. जिसमें से झारखंड के कुल 21 लोगों को बिहार सरकार की मदद से मणिपुर से पटना से लाया गया है. जहां पटना से झारखंड सरकार बस के माध्यम से लोगों को झारखंड ला रही है.

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झारखंड सरकार के पास नहीं है सटीक आंकड़ाः इन सब के बीच झारखंड के और लोगों के मणिपुर में फंसे रहने की बात निकल कर सामने आ रही है, लेकिन झारखंड सरकार के पास अब तक कोई सटीक आंकड़ा नहीं है कि आखिर झारखंड के कितने लोग अभी भी मणिपुर में फंसे हुए हैं. इस संबंध में झारखंड के श्रम विभाग की ओर से राज्य के सभी जिलों के डीसी से संपर्क साध कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं उनके जिले का कोई व्यक्ति तो मणिपुर में नहीं फंसा है, ताकि विभाग को सटीक आंकड़ा उपलब्ध हो सके.

छात्रों के अलावा कई मजदूर भी मणिपुर में फंसे हैंः वहीं मणिपुर में छात्रों के अलावा मजदूरों के भी फंसे रहने की बात निकल कर सामने आ रही है. बताया जाता है कि झारखंड के कई मजदूर मणिपुर में मजदूरी करते हैं और हिंसा के बीच वहां फंसे हुए हैं. लेकिन झारखंड सरकार के अधिकारियों ने इससे अनभिज्ञता जाहिर की है. उनका कहना है कि अभी विभाग के पास मणिपुर में झारखंड के श्रमिकों के फंसे रहने की कोई जानकारी नहीं है. जानकारी मिलने पर मजदूरों को लाने की पहल की जाएगी.

पटना से बसों और ट्रेनों से छात्रों को उनके गृह जिले में भेजा जा रहा हैः इन सब के बीच झारखंड श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी लगातार मणिपुर में फंसे छात्रों के संपर्क में बने हुए हैं. श्रम विभाग के संयुक्त आयुक्त राजेश प्रसाद ने बताया कि मणिपुर से पटना पहुंचे छात्रों को बस और ट्रेनों के माध्यम से उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है. गृह जिला भेजने से पहले झारखंड श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारी उनके अभिभावकों से भी संपर्क कर रहे हैं, ताकि लोग सुरक्षित रूप से गंतव्य स्थान तक पहुंच सकें. वहीं मणिपुर में फंसे झारखंड के छात्रों को लाने के लिए आदिवासी संगठन के लोग भी प्रयास कर रहे है.

मणिपुर में फंसे झारखंड के लोगों को राहत पहुंचाने की मांग कीः इस संबंध में अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता मोनालिसा लकड़ा ने कहा कि मणिपुर में कई ऐसे छात्र फंसे हैं जो वहां डर से पानी तक नहीं पी रहे हैं. क्योंकि कई छात्रों को आशंक है कि शायद पानी में जहर मिला दिया गया है. छात्रों के इस परेशानी को देखते हुए उन्होंने झारखंड सरकार के श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारियों से संपर्क कर फंसे छात्रों और मजदूरों को राहत पहुंचाने की मांग की है.

मजदूरों के फंसने की जानकारी नहींः इस संबंध में श्रम विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर राजेश प्रसाद ने कहा कि फिलहाल मजदूरों के फंसने की कोई जानकारी नहीं है. छात्रों की जानकारी मिलने के बाद तुरंत ही उन्हें रांची लाने का काम किया जा रहा है.

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