रांचीः 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में डीएसपी प्रमोद मिश्रा को ईडी ने तीसरी बार समन भेज दिया है. दो बार समन भेजने के बावजूद डीएसपी एजेंसी के सामने हाजिर नही हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ रांची जेल के सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर को भी ईडी ने समन किया है. प्रमोद को छह और हामिद को सात मार्च को एजेंसी के दफ्तर बुलाया गया है.
जेल में बंद आरोपियों पर सुविधाएं मिलने की जांचः जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को ईडी ने सात मार्च को बुलाया है. दरअसल रांची जेल में बंद मनी लाउंड्रिंग आरोपियों को वीवीआईपी सुविधाएं मिलने की बात भी ईडी के समक्ष सामने आयी थी, जेल के वार्ड नंबर 11ए में कैदियों को सुविधाएं मिलने की बात राजनेताओं ने भी कही थी. ईडी ने जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को भी बयान के लिए पूर्व में भी नोटिस भेजा था. ईडी ने पांच दिसंबर को रांची के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था, इसके बाद रांची जेल अधीक्षक से ईडी ने विभिन्न वार्डों के सीसीटीवी फूटेज की मांग की थी. लेकिन ईडी को फूटेज देने की मनसा रांची जेल प्रशासन की नहीं है. अब तक ईडी को जेल से फुटेज हासिल नहीं हो पाए हैं.
डीएसपी प्रमोद मिश्रा को तीसरा समनः साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन और उसके परिवहन से जुड़े केस में पिछले साल छह दिसंबर को ईडी ने डीएसपी प्रमोद मिश्रा को पहली बार समन जारी कर बुलाया था. मामले को लेकर आठ दिसंबर को झारखंड के तत्कालीन डीजीपी नीरज सिन्हा ने भी एक निर्देश डीएसपी के लिए जारी किया था, इस निर्देश को पुलिस मुख्यालय के डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर ने प्रमोद मिश्रा को भेजा था. निर्देश में कहा गया था कि 12 दिसंबर को दिन के 11 बजे वह ईडी के सामने उपस्थित हों, लेकिन इन निर्देशों के बाद भी प्रमोद मिश्रा एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं हुए. अगले महीने एक बार फिर ईडी ने डीएसपी को दूसरा समन जारी किया लेकिन फिर डीएसपी नहीं हाजिर हुए.अब ईडी ने प्रमोद मिश्रा को तीसरा समन जारी किया है.