रांची: प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में खूंटी जिला परिषद के पूर्व इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा की 1.45 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है. इडी ने मेसर्स अरुणाचल प्रदेश मिनरल डेवलपमेंट एंड ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के विजया बैंक की ईटानगर शाखा के 3 खाते भी सीज किए हैं.
मामला मनरेगा घोटाले से है संबंधित
झारखंड के खूंटी जिले के मनरेगा फंड से गबन मामले में राम विनोद प्रसाद सिन्हा और अन्य लोगों के खिलाफ खूंटी में एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच में यह बात सामने आई थी कि राम विनोद प्रसाद सिन्हा के साथ कुछ अन्य लोगों ने अपने अधिकारिक पद का दुरुपयोग करते हुए मनरेगा परियोजनाओं के निष्पादन के लिए निर्धारित धनराशि से 18 करोड़ 76 लाख 144 रुपए की कुल धनराशि की जालसाजी कर सरकारी पैसे का गबन किया है.
इसे भी पढ़ें- रांची के संग्रामपुर में कारोबारी पर फायरिंग, 26 नवंबर को इसी जगह छात्रा से 12 लोगों ने किया था गैंगरेप
बता दें कि पीएमएलए के तहत जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बर्खास्त इंजीनियर राम विनोद सिन्हा की 2.80 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ती को 31 मार्च 2018 को अटैच किया था. इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए इडी ने 1.45 करोड़ की चल संपत्ति जब्त की है.