रांचीः राजधानी में ईडी का नया दफ्तर खुल गया है. भ्रष्टाचार और मनी लाउंड्रिंग के मामले में दोषी पूर्व मंत्री एनोस एक्का के आवास में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपना दफ्तर खोला है. एडुकेटिंग अथॉरिटी के आदेश पर ईडी ने फरवरी 2021 में एनोस एक्का के एयरपोर्ट रोड स्थित बंगले को सील किया था. भ्रष्टाचार की कमाई से बने इस आलीशान बंगले से अब ईडी भ्रष्टाचार और मनी लाउंड्रिंग केसों की जांच करेगी.
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पत्र लिख कर ईडी ने की थी दफ्तर की मांग
पूर्व में ईडी ने राज्य सरकार से कई बार पत्राचार कर दफ्तर की मांग की थी. राज्य सरकार ने एक बार उत्पाद विभाग की नई बिल्डिंग में दफ्तर के लिए कमरा आवंटित का आदेश भी दिया, लेकिन उत्पाद विभाग की आपत्ति के बाद नई बिल्डिंग में जगह नहीं मिली. अब ईडी ने एनोस एक्का के जब्त बंगले में ही दफ्तर खोलने का फैसला लिया है.
एनोस एक्का को मिल चुकी है सात साल की सजा
ईडी की ओर से दर्ज मनी लाउंड्रिंग के केस में पूर्व मंत्री एनोस एक्का को सात साल की सजा मिल चुकी है. इसके साथ ही एनोस एक्का पर दो करोड़ का हर्जाना भी कोर्ट ने लगाया था. हर्जाना की रकम नहीं चुकाने पर एक साल के अतिरिक्ति सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी. इतना ही नहीं, ईडी एनोस एक्का के हिनू स्थित मकान सहित कई संपत्तियों को जब्त कर चुकी है.
मंत्री रहते कैसे अर्जित की संपत्ति
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक एनोस एक्का ग्रामीण विकास, एनआरईपी, ट्रांसपोर्ट, पंचायती राज और भवन निर्माण विभाग के मंत्री थे. 12 मार्च 2005 से 19 दिसंबर 2008 तक वो मंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की. ईडी अधिकारी ने बताया कि सीबीआई में दर्ज केस के आधार पर ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया. ईडी ने अपनी जांच में पाया कि एनोस एक्का ने 22 करोड़ 38 लाख 40 हजार 257 रुपये की मनी लाउंड्रिंग की है.