रांची: झारखंड में हेमंत सरकार गिराने की साजिश से जुड़े मामले की जांच में अब ईडी की भी इंट्री हो सकती है. रांची के कोतवाली थाना में दर्ज सरकार के खिलाफ सरकार गिराने की साजिश मामले को लेकर रांची स्थित ईडी कार्यालय (ED Office Ranchi) ने दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय को साजिश से जुड़े केस में अलग से केस दर्ज करने का प्रस्ताव भेजा है. अगर इस प्रस्ताव पर मंजूरी मिल जाती है तो मामले की ईडी जांच भी शुरू हो जाएगी.
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क्या है प्रस्ताव में: ईडी की ओर से मुख्यालय को दिए गए प्रस्ताव में यह बताया गया है कि हेमंत सरकार गिराने की साजिश मामले में 24 जुलाई 2021 को कोतवाली थाने में केस दर्ज हुआ था. इस केस में पीसी एक्ट समेत अन्य संगत धाराओं में केस हुआ था. लेकिन केस में पुलिस ने अबतक अपना अनुसंधान पूरा नहीं किया है. चार्जशीट नहीं हो पाने के कारण गिरफ्तार हुए तीन आरोपी भी छूट चुके हैं. पुलिस ने पीसी एक्ट के नजरिए से केस का सही अनुसंधान नहीं किया. ऐसे में केस को मनी लाउंड्रिंग के पहलू पर जांच की जा सकती है. ईडी मुख्यालय से आदेश मिलने के बाद इस केस में अगल से मनी लाउंड्रिंग का केस किया जा सकता है.
पुलिस की चुप्पी कायम, अनुसंधान भी धीमी: झारखंड में सरकार गिराने की साजिश मामले में कोतवाली पुलिस ने अपनी जांच अब तक पूरी नहीं की है. इस केस में कई तरह के सुराग मिलने के दावे किए गये थे. साजिश रचने में कई नाम भी सामने आए थे. बावजूद उन्हें कोई नोटिस नहीं भेजा गया. न ही पूछताछ की गई. बताया जाता है कि पकड़े गए तीनों आरोपियों ने अपने बयान में कई नामों का खुलासा किया था. इनमें महाराष्ट्र के भाजपा नेता, दो पत्रकारों सहित कई नाम सामने आए हैं. जिन्हें पुलिस ने अबतक सीआरपीसी 41 के तहत कोई नोटिस भी नहीं भेजा है.
22 जुलाई को हुई थी छापेमारी: हेमंत सरकार गिराने की साजिश के मामले में पुलिस की टीम ने रांची के होटल लीलैक में 22 जुलाई 2021 को छापेमारी की थी. कमरा नंबर 310 से चार सूटकेस, दो लाख रुपये नकद, कई हवाई टिकट, कई मोबाइल फोन के साथ साथ कई कागजात जब्त किए थे. इस मामले में बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर कोतवाली थाने में राजद्रोह व साजिश के मामले में केस दर्ज किया गया है. मामले में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद को जेल भेजा गया था, जिन्हें बाद में जमानत भी मिल गई थी.