रांची: झारखंड के लातेहार जिले में कोयला तस्करी मामले में जांच के घेरे में आए डीएसपी रणवीर सिंह और इंस्पेक्टर राजेश मंडल ने सीआईडी को अपना जबाब सौंप दिया है. लातेहार के बालूमाथ में कोयला तस्करी मामले की जांच सीआईडी कर रही है. सीआईडी ने दोनों अधिकारियों से जवाब मांगे थे.
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ये है पूरा मामलाः साल 2020 में लातेहार के बालूमाथ में कोयला तस्करी की शिकायत मिलने पर लातेहार के तत्कालीन एसपी प्रशांत आनंद ने कार्रवाई की थी. कोयला तस्करों को गिरफ्तार कर एसपी ने जेल भेजा था. वहीं लातेहार के एसडीपीओ रणवीर सिंह और बालूमाल के तत्कालीन थानेदार राजेश मंडल की भूमिका कोयला तस्करी में पाते हुए मुख्यालय को जानकारी भेजी थी. अब पूरे मामले में जांच कर रही सीआईडी को डीएसपी रणवीर सिंह ने लिखित जवाब भेजा है.
डीएसपी ने दिया यह जवाबः सीआईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीएसपी रणवीर ने अपने लिखित जवाब में बताया है कि उनके कार्यकाल में कहीं भी कोयले की तस्करी नहीं हुई थी, जबकि वह कोयला तस्करी की सूचना लगातार एसपी को देते थे. यहां तक की कई बार उन्होंने कोयला तस्करों पर अलग-अलग तारीख में कार्रवाई भी की. डीएसपी पर आरोप लगे थे कि उनके परिजनों, रिश्तेदारों के खातों में कोयला तस्करों ने पैसे भेजे थे. जवाब में डीएसपी ने बताया है कि उनके किसी परिजन या रिश्तेदार के खाते में कोयला तस्करों ने पैसा नहीं भेजा था. उन्होंने अपने मुंशी के जरिए कई बार बैंक खातों में पैसे डलवाए थे, ये पैसे उनके खुद के थे.
सीआईडी जवाब के आधार पर आगे करेगी कार्रवाईः सीआईडी ने केस में तत्कालीन लातेहार एसडीपीओ रणवीर सिंह और थानेदार राजेश मंडल का पक्ष मांगा था. दोनों पुलिस अधिकारियों ने सीआईडी को अपना जवाब सौंप दिया है. दोनों ही पदाधिकारियों ने अपनी भूमिका से इंकार किया है. ऐसे में पुलिस अब तक की जांच में आए तथ्यों के आधार पर दोनों पुलिस अधिकारियों के जवाब की समीक्षा करेगी. इसके बाद सीआईडी इस संबंध में आगे की कार्रवाई करेगी. पुलिस मुख्यालय के आदेश पर सीआईडी पूरे मामले की जांच कर रही है.