रांची: राजधानी में रांची नगर निगम के द्वारा चलाई जा रही बसों को लेकर आए दिन विवाद देखने को मिलता है. अक्सर चालकों के द्वारा शिकायतें सुनने को मिलती हैं, तो कभी ठेकेदारों के द्वारा. लेकिन इस बार ठेकेदार और चालक आमने-सामने आ गए हैं. जिस वजह से राजधानी रांची में चलने वाली 17 सिटी बस के चालक ने काम बंद कर दिया है. इसी के मद्देनजर राजधानी में चल रही सिटी बसों के सभी चालकों ने अल्बर्ट चौक स्थित यूनियन कार्यालय में ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने चालकों को परेशान करने का आरोप भी ठेकेदार पर लगाया.
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विरोध प्रदर्शन कर रहे सिटी बस के चालक सुरेंद्र दीक्षित ने बताया कि पिछले 12 वर्षों से वह निगम में चालक के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक निगम की तरफ से उन्हें कर्मचारी का दर्जा नहीं मिला है. इसके अलावा निगम की तरफ से जो रूट निर्धारित की गई थी, उस रूट को कैंसिल कर ठेकेदारों ने अपने निजी फायदे को देखते हुए नया रूट बनाने का काम किया है, जिस वजह से चालकों को काफी परेशानी हो रही है.
प्रदर्शन कर रहे चालकों ने कहा कि जितनी भी सिटी बसें चल रही हैं, वह सभी पुरानी हो गई हैं लेकिन उसके बावजूद भी ठेकेदार बिना किसी मेंटेनेंस के बसों को लंबी रूट में चलवा रहे हैं. इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है.
वहीं, चालकों की परेशानी को देखते हुए वामदल के नेताओं ने भी प्रदर्शन कर रहे चालकों को समर्थन दिया है. वाम दल के नेता अजय कुमार सिंह ने बताया कि जिस तरह से निगम के द्वारा गरीब चालकों का शोषण किया जा रहा है वह गलत है. अगर जल्द से जल्द सभी चालकों की मांग पर निगम के अधिकारी उचित निर्णय नहीं लेते हैं, तो आने वाले समय में निगम के सिटी बस चालकों के लिए सड़क से लेकर सदन तक विरोध प्रदर्शन करने का काम किया जाएगा. वहीं, बस चालकों के अचानक हड़ताल पर जाने की वजह से शहर में आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.