रांची: झारखंड में अभी भले ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार नीचले स्तर पर हो लेकिन राजधानी रांची के बड़े डॉक्टरों ने अभी से ही थर्ड की आहट सुन ली है. 17 जुलाई को रांची में 17 नए केस और पांच जिलों में 68 फीसदी केस मिलने के बाद विशेषज्ञों ने थर्ड वेव की चेतावनी देते हुए लोगों से आदतों में सुधार की अपील की है.
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झारखंड में थर्ड वेव की चेतावनी
रिम्स के कोविड-19 टास्क फोर्स के संयोजक डॉक्टर प्रभात कुमार के मुताबिक दुनिया और देश के कई हिस्सों में फिर से संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. ऐसे में अगर झारखंड में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया और लोग मास्क को लेकर लापरवाही दिखाते रहे तो झारखंड में थर्ड वेव को आने में देर नहीं लगेगी. डॉक्टर प्रभात कहते हैं कि मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर जितने लंबे समय तक थर्ड वेव को रोका जाए उतना बेहतर होगा. क्योंकि इससे वैक्सीनेशन के लिए वक्त मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा आबादी वैक्सीन लेकर सुरक्षित हो जाएगी.
कोरोना का खतरा बरकार
रिम्स के मेडिसिन विभाग के वरीय डॉक्टर संजय सिंह कहते हैं कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है और कोरोना गाइडलाइन का पालन करना अभी भी जरूरी है. उन्होंने सरकार और झारखंड पुलिस से भी कठोरता से गाइडलाइन का पालन कराने का आग्रह किया. उन्होंने कहा इन उपायों से ही राज्य में थर्ड वेव के आने के समय को बढ़ाया जा सकता है.
संक्रमण को लेकर डॉक्टर चिंतिंत
कोरोना के थर्ड वेव को लेकर डॉक्टर चिंतिंत हैं. डॉक्टरों के अनुसार पहले वेव और दूसरे वेव के बीच भी ऐसी ही स्थिति थी. लोग लापरवाह हो गए थे और कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे थे. डॉक्टरों ने बताया कि पहले रांची और जमशेदपुर जैसे शहरों में केस बढ़ने शुरू हुए थे फिर तेजी से पूरे राज्य में संक्रमण फैल गया. जिसे बाद में कोरोना का सेकेंड वेव कहा गया.
डरा रहे हैं 17 जुलाई के आंकड़ें
लगातार कई दिनों से संक्रमण में कमी की खबरों के बीच 17 जुलाई का आंकड़ा काफी परेशान करने वाला है. 17 जुलाई को रांची में फिर सबसे ज्यादा संक्रमण के 17 नए मामले सामने आए. वहीं, बोकारो में 08 धनबाद में 06 हजारीबाग में 06 और पूर्वी सिंहभूम में 05 नए केस मिले हैं. कुल मिलाकर 5 ऐसे जिले रहे जहां कुल संक्रमित का 68 फीसदी केस मिला है.