रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अंदर इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. तीन विधायकों ने दिल्ली आलाकमान के सामने अपनी बातों को रखने के मामले के बाद अब अंतर्कलह सतह पर दिखने लगा है. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने सलाह दी है कि पार्टी में आंतरिक प्रजातंत्र है और अपनी बातों को रखने के लिए प्लेटफार्म बना हुआ है. ऐसे में अपनी बातों को बाहर ना रख कर पार्टी फोरम में अपनी बातों को रखना चाहिए.
जल्द लेंगे निर्णय
दरअसल, रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में एक व्यक्ति एक पद को लेकर विधायकों से उठाए गए सवाल के जवाब में कहा कि आलाकमान इस पर निर्णय लेंगे. एक व्यक्ति एक पद की परंपरा पार्टी में लिखित नहीं है. वहीं उनके दो पदों पर रहने के विधायकों से उठाए गए सवाल पर कहा कि किसी विधायक ने उन्हें टिकट नहीं दिया है और ना ही अध्यक्ष बनाया है. यह निर्णय आलाकमान का है और आगे भी आलाकमान इस पर बेहतर निर्णय लेंगे.
मनभेद नहीं होना चाहिए
उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर मतभेद होता रहा है, लेकिन मनभेद नहीं होता है. कुछ लोग अनुशासन को मानते है और कुछ लोग अनुशासन को कम मानते हैं, लेकिन पार्टी के अंदर प्लेटफार्म बना हुआ है. अगर किसी के खिलाफ शिकायत भी करनी है, तो पार्टी के अंदर अपनी बातों को रखना चाहिए ना कि उन बातों को बाहर रखना चाहिए.