रांचीः कोरोना काल में अन्य बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को कई परेशानियों का लगातार सामना करना पड़ रहा है. लेकिन सदर अस्पताल में सोमवार से शुरू हुए किडनी के मरीजों के डायलिसिस सुविधा से अब किडनी बीमारी से जूझ रहे मरीजों को थोड़ी राहत मिली है. सोमवार को पांच बेड का डायलिसिस सेंटर की शुरुआत सिविल सर्जन वीबी प्रसाद की ओर से की गई.
सेंटर में फिलहाल 5 बेड
किडनी से जुड़े समस्याओं से लोग इन दिनों जूझ रहे हैं. ऊपर से कोरोना वायरस के कारण लोगों की परेशानियां और भी बढ़ा दी है. रिम्स में पहले से ही किडनी के मरीजों की डायलिसिस हो रही है. लेकिन अब यह सुविधा रांची के सदर अस्पताल में भी दी जाएगी. सोमवार को इस व्यवस्था का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉक्टर वीबी प्रसाद ने किया है. अस्पताल में फिलहाल 5 बेड का डायलिसिस सेंटर तैयार किया गया है. बता दें कि इलाज के लिए चार किडनी के मरीजों ने पंजीकरण भी कराया है. सोमवार से इनका इलाज सदर अस्पताल से शुरू कर दिया गया है. डायलिसिस से पहले मरीजों की कोरोना टेस्ट कराई जा रही है. रिपोर्ट नेगेटिव आने पर डायलिसिस शुरू की जा रही है. जानकारी मिल रही है कि पहले चरण में 5 बेड से सेंटर को शुरू की गई है.
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20 बेड की है योजना
इसे 20 बेड तक करने की योजना स्वास्थ्य विभाग का है. सुचारू तरीके से इस व्यवस्था को संचालित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सदर अस्पताल की ओर से एक निजी एजेंसी को दिया गया है और उसके साथ करार भी किया गया है. बीपीएल और आयुष्मान भारत योजना के लाभुकों को डायलिसिस और दवा का शुल्क नहीं लगेगा. इलाज ऐसे मरीजों के लिए मुफ्त होगा. सामान्य मरीजों को डायलिसिस के लिए 1,206 रुपये देने होंगे, जबकि निजी अस्पतालों में इसके लिए 4000 से अधिक रुपए खर्च करने पड़ते हैं. किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस सेंटर शुरू होने के बाद अब रिम्स में भी भार घटेगा और मरीजों को भी इससे काफी फायदा होगा. बीपीएल कैटेगरी के मरीजों के लिए सदर अस्पताल का यह व्यवस्था काफी सहूलियत भरा होगा.