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रांचीः मंदिर के बाहर से बाबा भोलेनाथ के दर्शन, कोरोना संकट से निजात दिलाने की प्रार्थना

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Published : Aug 3, 2020, 12:36 PM IST

आज सावन की आखिरी सोमवारी के साथ-साथ रक्षाबंधन का पर्व भी है. इस खास मौके पर रांची के पहाड़ी मंदिर में भक्त बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचे. लेकिन कोरोना के कारण उन्हें बाहर से ही दर्शन करना पड़ा और कोरोना को जल्द खत्म करने की प्रार्थना की.

last monday of sawan
रांची का पहाड़ी मंदिर

रांचीः पूरे देश सहित राजधानी में सोमवारी के साथ-साथ रक्षाबंधन का भी त्योहार मनाया जा रहा है. इसी को लेकर लोग मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. वहीं, राजधानी के पहाड़ी मंदिर में भी सावन की आखिरी सोमवारी पर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने कोरोना की वजह से आए संकट को जल्द से जल्द दूर करने की प्रार्थना की.

देखें पूरी खबर

कोरोना को समाप्त करने की प्रार्थना
राजधानी के पहाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंची श्रद्धालु संतोषी देवी ने बताया कि साल भर में एक बार सावन आता है और लोग यही उम्मीद लगाकर रहते हैं कि सावन में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर उनका आशीर्वाद लेंगे, लेकिन इस वर्ष कोरोना की वजह से न तो मंदिर में प्रवेश कर पूजा कर सके और न ही भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सके.

इसे भी पढ़ें- सीएम हेमंत सोरेन आवास में 17 कर्मचारी निकले कोरोना पॉजिटिव, पूरे परिसर को किया जा रहा सेनेटाइज

भगवान भोलेनाथ के मंदिर में मुंडन
वहीं, अंतिम सोमवारी पर अपने बच्चे का मुंडन करवाने पहुंची निभा सिन्हा ने बताया कि कोरोना की वजह से लोगों की हर मनोकामना अधूरी रह गई. अंतिम सोमवारी में लोगों ने भगवान भोलेनाथ के मंदिर में बच्चे का मुंडन करवाने का विचार किया था, लेकिन कोरोना की वजह से मनोकामना पूरी नहीं हो सकी. इसीलिए मंदिर के बाहर ही बच्चे का मुंडन कराकर खुद को संतोष दे रहे हैं. पहाड़ी मंदिर में पहुंचे कई भक्तों ने कहा कि भगवान भोलेनाथ से अंतिम सोमवारी में यही दुआ करते हैं कि वैश्विक महामारी को समाप्त करें ताकि फिर से लोग खुशहाल जीवन जी सकें.

भक्तों को मंदिर जाने पर रोक
बता दें कि कोरोना की वजह से सावन की सभी सोमवारी में भक्तों को मंदिर जाने पर रोक लगाई गई थी. वहीं, विश्व प्रसिद्ध सावन मेले को भी सरकार द्वारा स्थगित कर दिया गया था, जिसको लेकर भक्तों में मायूसी देखी गई, लेकिन भक्तों ने मंदिरों के बाहर से ही भगवान के दर्शन किए. साथ ही भोलेनाथ से कोरोना संकट हमेशा के लिए समाप्त होने की प्रार्थना की.

रांचीः पूरे देश सहित राजधानी में सोमवारी के साथ-साथ रक्षाबंधन का भी त्योहार मनाया जा रहा है. इसी को लेकर लोग मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. वहीं, राजधानी के पहाड़ी मंदिर में भी सावन की आखिरी सोमवारी पर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने कोरोना की वजह से आए संकट को जल्द से जल्द दूर करने की प्रार्थना की.

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कोरोना को समाप्त करने की प्रार्थना
राजधानी के पहाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंची श्रद्धालु संतोषी देवी ने बताया कि साल भर में एक बार सावन आता है और लोग यही उम्मीद लगाकर रहते हैं कि सावन में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर उनका आशीर्वाद लेंगे, लेकिन इस वर्ष कोरोना की वजह से न तो मंदिर में प्रवेश कर पूजा कर सके और न ही भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सके.

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भगवान भोलेनाथ के मंदिर में मुंडन
वहीं, अंतिम सोमवारी पर अपने बच्चे का मुंडन करवाने पहुंची निभा सिन्हा ने बताया कि कोरोना की वजह से लोगों की हर मनोकामना अधूरी रह गई. अंतिम सोमवारी में लोगों ने भगवान भोलेनाथ के मंदिर में बच्चे का मुंडन करवाने का विचार किया था, लेकिन कोरोना की वजह से मनोकामना पूरी नहीं हो सकी. इसीलिए मंदिर के बाहर ही बच्चे का मुंडन कराकर खुद को संतोष दे रहे हैं. पहाड़ी मंदिर में पहुंचे कई भक्तों ने कहा कि भगवान भोलेनाथ से अंतिम सोमवारी में यही दुआ करते हैं कि वैश्विक महामारी को समाप्त करें ताकि फिर से लोग खुशहाल जीवन जी सकें.

भक्तों को मंदिर जाने पर रोक
बता दें कि कोरोना की वजह से सावन की सभी सोमवारी में भक्तों को मंदिर जाने पर रोक लगाई गई थी. वहीं, विश्व प्रसिद्ध सावन मेले को भी सरकार द्वारा स्थगित कर दिया गया था, जिसको लेकर भक्तों में मायूसी देखी गई, लेकिन भक्तों ने मंदिरों के बाहर से ही भगवान के दर्शन किए. साथ ही भोलेनाथ से कोरोना संकट हमेशा के लिए समाप्त होने की प्रार्थना की.

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